शुक्रवार, 4 अप्रैल 2025

कल होगा महर्षि कश्यप जयंती महाकुंभ समारोह, नरेंद्र कश्यप के नेतृत्व में हो रहा है आयोजन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री करेंगे कार्यक्रम में शिरकत

 

                          मुकेश गुप्ता

सात राज्यों और प्रदेश के कोने-कोने से आएंगे कश्यप-निषाद संगठन के पदाधिकारी

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेंद्र कश्यप की ओर से आयोजित किया जा रहा है भव्य समारोह

गाजियाबाद: 5 अप्रैल को गाजियाबाद के घंटाघर रामलीला स्थित विशाल मैदान में कश्यप निषाद संगठन द्वारा महर्षि कश्यप जयंती के अवसर पर महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस महाकुंभ का आयोजन हर साल की भांति इस बार भी उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री एवं ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप की ओर से किया जा रहा है। नरेंद्र कश्यप के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सात राज्यों के साथ ही उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से कश्यप निषाद समाज के पदाधिकारी और संगठन के लोग शामिल होंगे। 5 अप्रैल को घंटाघर रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले इस भव्य समारोह के लिए तैयारी शुरू कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग और पार्टी के पदाधिकारी शामिल होंगे। साथ ही इसमें कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अलावा भी कई विशिष्ट अतिथि भाग लेंगे। 

हजारों लोगों के लिए सज रहा है पंडाल ,रहेगी कई व्यवस्था

5 अप्रैल को होने वाले महर्षि कश्यप जयंती पर महाकुंभ समारोह को बेहद भव्य और विशाल स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभाल रहे सौरभ जायसवाल ने जानकारी दी है कि इस कार्यक्रम के लिए बड़ा पंडाल लगाया जा रहा है। जिसमें हजारों लोगों के बैठने और उपस्थित रहने की व्यवस्था की जा रही है। गर्मी को ध्यान में रखते हुए अन्य व्यवस्था भी की जाएगी। साथ ही आने वाले लोगों के लिए जलपान का भी प्रबंध कश्यप जयंती के अवसर पर नरेंद्र कश्यप द्वारा आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा, पंजाब, राजस्थान ,छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी लोग इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। 

आने वाले प्रत्येक पदाधिकारी का होगा स्वागत और सम्मान : नरेंद्र कश्यप 

कार्यक्रम के आयोजक नरेंद्र कश्यप ने कहा है कि इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रत्येक पदाधिकारी और कार्यकर्ता का कार्यक्रम स्तर पर स्वागत होगा।  उन्होंने कहा कि महर्षि कश्यप जयंती पर यह कार्यक्रम वह बीते कई दशक से कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का मकसद न सिर्फ महर्षि कश्यप को याद करना बल्कि उनके बताए गए मार्ग और सिद्धांतों को जीवन में अपनाना भी है। 

5 अप्रैल को 12:00 से शुरू होगा समारोह

 5 अप्रैल को घंटाघर रामलीला मैदान में महर्षि कश्यप जयंती के उपलक्ष पर महाकुंभ का जो आयोजन हो रहा है यह कार्यक्रम दोपहर 12:00 बजे से शुरू होगा और शाम तक चलेगा। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अलावा कई गणमान्य अतिथि और गाजियाबाद के जनप्रतिनिधि भी आमंत्रित किए गए हैं।

गुरुवार, 3 अप्रैल 2025

भाजपाई 6 अप्रैल को मनाएंगे भाजपा स्थापना दिवस,12 अप्रैल तक प्रवासी बन रहेंगे बूथों पर--सतेन्द्र शिशौदिया

 


मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद । भाजपा के महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल के नेतृत्व में होने वाले भाजपा के आगामी महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्थापना दिवस की तैयारी के बाबत एक कामकाज़ी बैठक का आयोजन कवि नगर रामलीला मैदान स्थित जानकी सभागार में किया गया । जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र शिशौदिया मौजूद रहे। बैठक में सभी महानगर पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, मंडल महामंत्री, मोर्चों के अध्यक्ष महामंत्री, प्रकोष्ठों विभागों के संयोजक सहित वरिष्ठ भाजपाई मौजूद रहे। बैठक में जानकारी देते हुए भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र शिशौदिया ने बताया यह सर्वविदित है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एन०डी०ए० सरकार का तृतीय कार्यकाल भारत की राजनीति में विकास के परिवर्तन का नया युग लेकर आगे बढ़ रहा है। इस अप्रतिम कार्यकाल के मध्य ही इसी महीने में भाजपा का 45 वां स्थापना दिवस बड़े स्तर पर आयोजित किया जाना है। यह कार्यक्रम भाजपा स्थापना दिवस 6 अप्रैल 2025 को जिला महानगर स्तर पर होगा। 

मुख्यालयों की सजावट कर पंडित अटल बिहारी वाजपेई, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्रों पर माल्यार्पण कर कार्यालय एवं घरों पर भाजपा का ध्वजारोहण करना है। स्वेच्छानुसार मिठाई आदि बांट कर भी स्थापना दिवस की खुशियां साझा करनी है। सभी को अपने द्वारा लगाए गए ध्वज के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर #bjp4viksitBharat हैशटैग के साथ पोस्ट करना है ।

प्रदेश द्वारा प्रेषित सामग्री के अनुरूप जिला महानगर स्तर पर भाजपा की सफल यात्रा की प्रदर्शनी भी लगानी है। 

भाजपा के महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने बताया कि 7 अप्रैल 2025 को प्रत्येक बूथ पर स्थापना दिवस मनाते हुए डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी एवं भारत माता का चित्र लगाकर पुष्पांजलि करना है। जिसमें बूथ पर बूथ समिति के सदस्य और पन्ना प्रमुखों, प्राथमिक व सक्रिय सदस्यों तथा वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का एकत्रीकरण करना है। बूथ पर किसी वरिष्ठ कार्यकर्ता का एकल भाषण भी होगा। 

उन्होंने बताया कि घरों पर ध्वज फहराकर स्थापना दिवस उत्साह के साथ मनाना है और सोशल मीडिया पर पोस्ट भी कराना है।

*8-9 अप्रैल 2025 को सक्रिय सदस्यों का सम्मेलन* विधानसभा स्तर पर करना है।

सम्मेलन में 3 वक्ताओं का उदबोधन –भाजपा का चुनावी एवं संगठनात्मक विस्तार, भारतीय राजनीति में भाजपा द्वारा लाया गया परिवर्तन एवं प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के साथ 11 वर्षों में विकसित भारत की यात्रा विषयों से सम्बद्ध रहेगा।

*7-12 अप्रैल 2025 में गांव चलो अभियान* 

मण्डल अध्यक्ष स्तर से ऊपर के सभी कार्यकर्ता (वर्तमान / पूर्व/वरिष्ठ) गाँव / शहर वार्ड में प्रवास करेंगे।

साथ ही साथ जिला पंचायत सदस्य / सभासद, पार्षद सहित सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी प्रवास करेंगे।

प्रत्येक को पूरे दिन में कम से कम  4 घण्टे  गांव, मोहल्ला या सेवा बस्ती का प्रवास करना है। सभी प्रवासियों को उनके करणीय कार्य बताते हुए कहा कि सभी को विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से मिलना और चर्चा करना। भाजपा कार्यकर्ताओं के संग भाजपा ध्वज लेकर गलियों में शोभयात्रा निकलवाना।सायंकाल ग्रामीणों व मोहल्ला निवासियों की चौपाल लगवाना। भाजपा के वरिष्ठ लोगों, आपातकाल सेनानी, व कारसेवको का सम्मान कराना। बूथ समिति की बैठक करना । प्रवास के समय मंदिर, अस्पताल, स्कूल गलियों में स्वच्छता अभियान कराना।

इन सभी आयामों के चलते भाजपा युवा मोर्चा के द्वारा बाइक रैली सहित अन्य आयाम पूरी तत्परता से जारी रहेंगे।

बैठक के दौरान क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र शिशौदिया, महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, महापौर सुनीता दयाल, मानसिंह गोस्वामी, विधायक अजीत पाल त्यागी, बलदेव राज शर्मा, पूर्व महापौर आशु वर्मा, सरदार एसपी सिंह, पूर्व विधायक कृष्ण वीर सिरोही, विजय मोहन, पूर्व विधायक रूप चौधरी, अशोक मोंगा, अजय शर्मा, अशोक गोयल, अशोक नागर, अमरदत्त शर्मा, पृथ्वी सिंह कसाना, डॉक्टर वीरेश्वर त्यागी, राजेंद्र त्यागी, अनिल स्वामी, पूर्व मंत्री सच्चिदानंद शर्मा, राजेश्वर प्रसाद, ललित जायसवाल , रुचि गर्ग, इंदु जौहरी, पूर्व चेयरमैन रीना भाटी, बॉबी त्यागी, राजेश त्यागी, गोपाल अग्रवाल, अमित त्यागी, रनिता सिंह, गुंजन शर्मा, अश्वनी शर्मा, सुरेन्द्र नागर, प्रीति चंद्रा, प्रदीप चौधरी, अमित रंजन, गौरव चोपड़ा सहित अपेक्षित श्रेणी नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता आदि मौजूद रहे।

आरकेजीआईटी ने टेक्निकल उत्सव तत्व-2025 का आयोजन 5 अप्रैल को---डॉ. बी. सी. शर्मा


मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद । मेरठ रोड स्थित राज कुमार गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गाजियाबाद में टेक्निकल उत्सव तत्व -2025 का आयोजन 4 और 5 अप्रैल को किया जा रहा है। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में सांस्कृतिक, साहित्यिक, हॉबी एक्टिविटीज और खेल कूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएँगी। संस्थान के छात्र छात्राओं के अलावा अन्य कॉलेजों से भी बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं इसमें भाग ले रहे हैं।


प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए संस्थान के डायरेक्टर डॉ. बी. सी. शर्मा ने बताया कि वार्षिक उत्सव तत्व-2025 का आयोजन भव्य रूप से किया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों, खेल प्रतियोगिताओं और विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों की श्रृंखला प्रस्तुत की जाएगी। यह उत्सव विद्यार्थियों के प्रतिभा प्रदर्शन और टीम स्पिरिट को बढ़ावा देने का एक शानदार अवसर होगा।


स्टूडेंट एक्टिविटी कॉउन्सिल के चेयरमैन श्री आलोक त्यागी ने बताया कि आरकेजीआईटी संस्थान अपने स्थापना के 25 साल पूरे कर रहा है और इसलिए इस वर्ष रजत जयंती समारोह मना रहा है। इस रजत जयंती समारोह के अंतर्गत कई कार्यक्रम सितंबर 2025 तक आयोजित हो रहे हैं। टेक्निकल फेस्ट 'तत्व-2025' ऐसे ही कार्यक्रमों में से एक है।


 इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। सांस्कृतिक गतिविधियों में अंतर महाविद्यालय समूह नृत्य, अंतर महाविद्यालय नुक्कड़ नाटक, एक्सटेम्पोर, रैंप वॉक, बैंड प्रदर्शन, एकल गायन, एकल नृत्य, स्किट, युगल गायन, युगल नृत्य, खेल गतिविधियों में अंतर महाविद्यालय बैडमिंटन, अंतर महाविद्यालय वॉलीबॉल, अंतर महाविद्यालय कबड्डी, अंतर महाविद्यालय शतरंज, टेबल टेनिस, रस्साकशी, बास्केटबॉल और खो-खो खेल, साहित्यिक गतिविधियों में अंतर महाविद्यालय स्क्रीमलेस (अंग्रेजी), अंतर महाविद्यालय अभिव्यक्ति (ओपन माइक), हिंदी कविता, अंग्रेजी कविता, एड मैड शो, वाद-विवाद (हिंदी), नारा लेखन, जैम, समूह चर्चा, केस स्टडी (पीपीटी), विश्व संसद, कोलाज मेकिंग गतिविधियां और शौक गतिविधियों में अंतर महाविद्यालय लैन गेमिंग, अंतर महाविद्यालय रोबो रिले, मेहंदी, 3डी रंगोली, फेस पेंटिंग, टी-शर्ट पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग, स्केचिंग, फन जोन, वेब डिजाइनिंग, कोडिंग, सुरम्य, लाइन फॉलोवर शोडाउन, ब्रिज मेकिंग, रोडीज एक्सट्रीम, वॉल पेंटिंग का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जाएगा। 


प्रेस वार्ता के दौरान संस्थान के एडवाइजर प्रो.लक्ष्मण प्रसाद, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ.डी.के.चौहान, डायरेक्टर  डॉ. बी. सी. शर्मा, डीन स्टूडेंट वेलफेयर श्री एच.जी.गर्ग, डीन एकेडमिक डॉ.आर.के.यादव, डीन ईआईआई डॉ.पुनीत चंद श्रीवास्तव, डीन एक्रीडिटेशन डॉ.रामेंद्र सिंह, छात्र गतिविधि परिषद के अध्यक्ष आलोक त्यागी, सांस्कृतिक परिषद की संयोजक प्रिया शर्मा, खेल परिषद के संयोजक विकास त्यागी, साहित्य परिषद की संयोजक डॉ.नीना शर्मा, हॉबी परिषद के संयोजक वैभव शर्मा, क्रीड़ा अधिकारी प्रशांत राठी एवं डॉ. संजीव गोयल मौजूद रहे।

छत्रपति शिवाजी की पुण्यतिथि 4 अप्रैल 2025 पर विशेष :- शिवाजी सभी धर्मों और सभी धर्मों की महिलाओं का सम्मान करते थे---शिक्षाविद राम दुलार यादव

 

 छत्रपति शिवाजी में अदम्य साहस निर्भीकता, प्रचंड मनोबल, पराक्रम, दूरदृष्टि के गुण विद्यमान रहे, इन्हीं दुर्लभ गुणों और पक्के इरादे के कारण उन्होंने 19 वर्षों तक अपने प्रबलतम प्रतिद्वंदी को कूटनीति से तथा शक्ति का प्रयोग कर, उसके दक्षिण भारत में पांव टिकने नहीं दिया, शक्तिशाली सम्राट के दांत खट्टे करते रहे, वह सभी धर्मों का सम्मान करते थे, तथा महिलाओं की चाहे वह किसी धर्म या वर्ग की थीं, व पराजित प्रतिद्वंदी की भी महिलाओं का आदर करते हुए माता, बहन, पुत्री के समान मानते थे, वह मानवतावादी, धर्मनिरपेक्ष महापुरुष थे, उन्होंने विजित सेना के किसी भी सैनिक का कभी अपमान नहीं  किया, तथा धर्मस्थल, धर्मग्रन्थ चाहे वह किसी धर्म का हो, तथा धर्माचार्यों का सम्मान किया, अपमानित या हेय दृष्टि से नहीं देखा, उनका उद्देश्य राज्य-सत्ता प्राप्त करना था, उसके लिए वह जीवन पर्यंत घोर संघर्ष करते हुए अपार कष्ट झेलते हुए लक्ष्य को प्राप्त किया, और छत्रपति शिवाजी के नाम से लोक में प्रसिद्ध हुए।

        शिवाजी के पिता शाह जी जब अहमदनगर से पलायन कर गये तो उनकी माता जीजाबाई पीछे छूट गयी, उन्होंने शिवनेर दुर्ग में शरण ले, 19 फरवरी 1627 में शिवाजी को जन्म दिया, धर्म परायण, व्यवहार कुशल जीजाबाई ने शांतिपूर्वक पिता शाह जी का सानिध्य न होने के कारण भी अपने पुत्र को पिता की कमी न महसूस होते प्यार से पालन-पोषण किया, तथा उन्हें नीतिशास्त्रों, धर्मग्रंथों, देश भक्तों और बहादुरों के किस्से सुना प्रखर और पराक्रमी बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई| उन्होंने मुगलों के भय से 6 वर्ष तक लुक छिप कर बिताये, अंतत: वह मुगलों के हाथ आ गयीं लेकिन उनके विश्वस्त  स्वामी भक्त सेवक शिवा को तीन वर्ष तक पहाड़ी क्षेत्र में छिपाते रहे, मुगलों को उनकी भनक भी नहीं लगी, इस घटना ने शिवा के मन में मुगलों के प्रति नफ़रत, द्वेष और घृणा की भावना भर दी, तथा मावले लोगों के साथ जंगलों में भटकते हुए अपार कष्ट सहते हुए शिवाजी के मन में विद्रोह की ज्वाला प्रज्ज्वलित होने लगी, उनका सारा जीवन मावलों के साथ जो मुसलमान थे भारत के, अरब के नहीं, उनके साथ बीता था।

        उनकी शिक्षा, दीक्षा विद्वान ब्राह्मण दादा कोंड देव के संरक्षण में हुई, उन्हें युद्ध कौशल में निपुण बनाने की शिक्षा के साथ नीतिशास्त्र, धर्म और संस्कृति, राजनीति, कूटनीति की भी शिक्षा दे ज्ञानी और पराक्रमी तथा निर्भीकता पूर्वक अपने लक्ष्य को प्राप्त करने, योग्य बनाने में दादा ने कोई कसर नहीं छोड़ी, उसी का परिणाम रहा कि शिवाजी ने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी, जहाँ आवश्यकता बल प्रयोग से अपने उद्देश्य में सफल होने की वहां गोरिल्ला युद्ध कर और जहाँ संधि से काम चलता वहां संधि कर उन्होंने अपने साम्राज्य को मजबूत बनाया, धन के अभाव को दूर करने के लिए उन्होंने बड़े सेठ, साहूकारों, पूंजीपतियों को लूटा, लेकिन किसानों, मजदूरों, महिलाओं और बच्चों को कभी कष्ट नहीं पहुँचाया, तथा कभी गावों को नहीं उजाडा, वह अपने उद्देश्य में सफल होने के लिए कभी किसान, कभी भिखारी का रूप धारण कर पूरे नगर के बारे में तथा नगर वासियों की मानसिकता का ज्ञानार्जन कर रणनीति बनाते थे।

        शिवाजी के जीवन में सूरत की लूट का बड़ा महत्व है, वहां से उन्हें अपार धन की प्राप्ति हुई, और बहुत से किले जीतने में सफल हुए, औरंगजेब को जब शिवाजी की ताकत का पता चला तो वह आग बबूला हुआ, और उन्हें पहाड़ी चूहा कहकर संबोधित करता था, लेकिन शिवाजी ने कभी हार नहीं मानी, और दक्षिण भारत में सर्वशक्तिमान बन अपने को स्थापित कर लिया, और उस समय की पाखंडी ताकतों, पेशवों ने शिवाजी को छत्रपति शिवाजी की उपाधि देने में वर्णव्यवस्था का राग अलाप राज्याभिषेक के मार्ग को अवरुद्ध कर दिया, लेकिन वाराणसी के गंगा भट्ट नामक पुरोहित ने स्वर्ण मुद्रा रिश्वत लेकर शिवाजी का तिलक पैर के अंगूठे से किया, जो नितान्त ही निंदनीय है, शिवाजी जैसे बहादुर को इसका विरोध करना चाहिए था, लेकिन अन्धविश्वास और रुढ़िवाद, धर्मान्धता में जकडे समाज के सामने और पाप के प्रायश्चित के डर से शिवाजी ने उनका विरोध नहीं किया, और 6 जून 1674 को उन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से अलंकृत किया गया, इसी बीच जीजाबाई का देहांत हो गया, शिवाजी को अपार कष्ट हुआ, और वह भी पूरे जीवन संघर्षरत रहे, उनका भी स्वास्थ्य बिगड़ने लगा, 4 अप्रैल 1680 को उन्होंने अंतिम साँस ली, उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें स्मरण करते हुए देश गौरान्वित होता है, जो अभाव में कष्ट झेलते हुए अपने कौशल से छत्रपति शिवाजी महाराज बने, हमें उनके जीवन से प्रेरणा ले, निर्भीकता पूर्वक अन्याय, शोषण का विरोध करना चाहिए, शिवाजी के निधन पर उनके प्रबल प्रतिद्वंदी औरंजेब ने भी कहा कि “वे महान थे, वह एक मात्र महारथी थे जिन्होंने अपने पुरुषार्थ से नये राज्य की नीव डाली, हमारी सेनाएं  19 वर्ष से उनके साथ संघर्ष करती रहीं, लेकिन उन्होंने अपने राज्य का विस्तार ही किया”| यह दर्शाता है कि छत्रपति शिवाजी का लोहा उनके विरोधी भी मानते थे।

                                                                                                                                                        लेखक :


                                                                                                                                            राम दुलार यादव

                                                                                                                                             संस्थापक/अध्यक्ष 

                                                                                                                                         लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट 

                                                                                                                                       

बुधवार, 2 अप्रैल 2025

जैन समाज के तीर्थंकर के मोक्ष कल्याणक पर भंडारे के आयोजन, 1008 लोगों को करवाएंगे सम्मेद शिखर की यात्रा

 

                          मुकेश गुप्ता

जैन समाज के राकेश जैन और अन्य गणमान्य लोगों ने किया प्रेस वार्ता का आयोजन

ग़ाज़ियाबाद। जैन समाज के दूसरे तीर्थंकर अजितनाथ जी प्रभु के मोक्ष कल्याणक पर कविनगर में समाज की ओर से 200वें प्रभु प्रसादम दिवस पर भंडारे का आयोजन किया गया। इस दौरान समाज के गणमान्य लोगों ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि 7 दिसंबर से सम्मेद शिखर तीर्थ के लिए यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस यात्रा में समाज 1008 लोगों को निशुल्क लेकर जाएगा। ग़ाज़ियाबाद ही नहीं बल्कि एनसीआर, पंजाब , हरियाणा समेत देश के अन्य हिस्सों से भी लोग इस निशुल्क यात्रा में शामिल होंगे । 

प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए जैन समाज के राकेश जैन ने बताया कि सम्मेद शिखर जैन समाज के सबसे बड़े तीर्थ में से एक है। 2016 से उनकी टीम लोगों को इस तीर्थ की यात्रा पर लेकर जा रही है। इस साल 7 दिसंबर से 11 दिसंबर तक इस यात्रा का आयोजन किया जायेगा। यात्रा में जाने वाले लोगों का आना जाना रहना खाना सब पूरी तरह निशुल्क होगा। राकेश जैन ने बताया कि आचार्य सौरभ सागर जी महाराज की प्रेरणा से समाज की ओर से मुरादनगर में जीवन आशा अस्पताल का भी संचालन किया जा रहा है। यहाँ सैकड़ों लोगों का इलाज निशुल्क किया जाता है। राकेश जैन वि अन्य गणमान्य लोगों ने भंडारे में प्रसाद वितरण भी किया।  भंडारे में हजारों लोगों ने प्रसाद का आनंद लिया। इस दौरान जैन समाज व जैन मंदिर के अध्यक्ष सुभाष जैन, अग्रवाल समाज के अध्यक्ष विकास अग्रवाल, अनुज मंगल और दीपक बंसल आदि लोग मौजूद रहे।

स्व.कमल जैन की पुण्यतिथि पर लोहा मंडी में निःशुल्क नेत्र एवं स्वास्थ्य जांच कैंप लगा और भंडारा आयोजित किया गया


मुकेश गुप्ता
व्यापारी हित में किए गए कमल जैन के कार्य सदैव याद किए जाएंगे--अतुल जैन

गाजियाबाद  । लोहा विक्रेता मंडल के तत्वावधान में स्वर्गीय कमल जैन की स्मृति में उनकी पुण्यतिथि पर लोहा व्यापारियों कर्मचारीयों मजदूरो और जरूरतमंदों के लिए और उनके परिवारों के लिए वरदान सेवा संस्थान के सहयोग से निःशुल्क नेत्र मोतियाबिंद जांच एवं सामान्य स्वास्थ्य जांच शिविर शुगर और ब्लड प्रेशर के लिए कैंप संस्था के कार्यालय 108 लोहा मंडी पर आयोजित किया गया ।

मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक  कृष्ण वीर सिंह सिरोही पधारे उनके साथ डा.अतुल कुमार जैन, जय कुमार गुप्ता अमरीश जैन सतीश बंसल इत्यादि ने कैंप का विधिवत शुभारंभ कराया।

आज के कैंप में लगभग 200 व्यक्तियों की आंखों की जांच की गई जिसमें से लगभग 15 को मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए परामर्श दिया गया 6 व्यक्तियों को आज ही वरदान सेवा संस्थान में ऑपरेशन के लिए भेज दिया गया बाकी को कल लोहा मंडी से ले जाकर ऑपरेशन कराया जाएगा।

100 व्यक्तियों की ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच की गई।

वरदान सेवा संस्थान की ओर से जांच करने वाली टीम में गजेंद्र शर्मा डॉक्टर अमित कुमार डॉक्टर कंचन कुमारी डॉक्टर हरीराज सिंह और युग  सिंह कर्दम द्वारा कैंप में अच्छी प्रकार से सभी की जांच की गई।

आज ही हिंदू नव वर्ष ,वित्तीय नववर्ष और चैत्र नवरात्रि के अवसर पर और स्वर्गीय कमल जैन की पुण्यतिथि के अवसर पर एक भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रसाद वितरण किया गया।

सभी उपस्थित अतिथियों ने और गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल के पदाधिकारीयों ने प्रसाद वितरण में और निःशुल्क नेत्र एवं स्वास्थ्य जांच शिविर में पूर्ण सहयोग किया।

जर्नी ऑफ़ सक्सेस के समाचार संपादक अशोक शर्मा और मार्केटिंग हेड हरेंद्र सिंह उपस्थित रहे। गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल के अध्यक्ष डॉ अतुल कुमार जैन एवं अन्य पदाधिकारी ने मुख्य अतिथि कश्मीर सिंह सिरोही पूर्व विधायक और समस्त वरदान सेवा संस्थान से पधारी टीम का माल्यार्पण द्वारा स्वागत किया।

गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल के अध्यक्ष डॉ.अतुल कुमार जैन ने मुख्य अतिथि कृष्णवीर सिंह सिरोही महामंत्री अंबरीश जैन अध्यक्ष जयकुमार गुप्ता कोषाध्यक्ष सतीश बंसल के साथ-साथ उपस्थित सभी लोहा व्यापारियों और पदाधिकारीयों ने स्वर्गीय कमल जैन के चित्र पर पुष्प अर्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित की, सभी ने कमल जैन को याद करते हुए उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और उनको नमन किया।

आज के उपरोक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कृष्णवीर सिंह सिरोही पूर्व विधायक के अतिरिक्त गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल की ओर से डॉ अतुल कुमार जैन जयकुमार गुप्ता अंबरीश जैन सतीश बंसल दीपक सिंघल सुधीर जैन मोहनलाल अग्रवाल राजकुमार अग्रवाल इंद्र मोहन कुमार मुकेश जैन मुकेश कुमार जेवर आलोक मित्तल सौरभ गोयल अनिल जैन संजय मित्तल अभिषेक गोयल नरेश गुप्ता राजीव गुप्ता संजीव गुप्ता रामकुमार अग्रवाल नीरज शर्मा सुनील जैन राकेश मोहन सिंघल सुनील जैन विकास जैन पराग गोयल इत्यादि के अतिरिक्त भारी संख्या में लोहा व्यापारीगण उपस्थित रहे अतुल कुमार जैन ने वरदान सेवा संस्थान से पधारी हुई समस्त टीम का और मुख्य अतिथि कृष्ण वीर सिंह सिरोही का और अन्य सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।