भद्रा का साया होने से होलिका दहन के लिए करना होगा लंबा इंतजार
होली पर चंद्रगहण लगेगा, मगर भारत में दिखाई ना देने से उसका कोई असर नहीं होगा
गाजियाबादःआचार्य दीपक तेजस्वी ने कहा कि रंगों का पर्व होली इस बार बहुत खास रहेगी क्योंकि इस बार होली पर 100 वर्ष के बाद कई शुभ योग का संगम हो रहा है। इन योग के चलते इस बार की होली बहुत ही शुभ होगी। होली पर चंद्रग्रहण भी लग रहा है, मगर भारत में दिखाई ना देने के कारण उसका कोई असर नहीं पडेगा। चंदग्रहण के सुतक जैसे नियम भी भारत में लागू नहीं होंगे। आचार्य दीपक तेजस्वी ने कहा कि ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार इस बार होली पर्व पर मीन राशि में सूर्यए बुध और शुक्र की युति होगी। इसी से बुधादित्य योगए लक्ष्मीण्नारायण योग और त्रिग्रही योग बन रहे हैं। ये शुभ योग 100 वर्ष के बाद होली के पर्व पर बन रहे हैंए जिससे होली का पर्व और भी खास हो गया है। बुधादित्य योगए लक्ष्मी-नारायण योग और त्रिग्रही योग में भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा.अर्चना करने से धन की कमी नहीं रहती है और जीवन में हमेशा सुख.समृद्धि व खुशहाली बनी रहती है। 13 मार्च को प्रातः 10ण्35 से पूर्णिमा तिथि होगी और पूर्णिमा तिथि शुरू होते ही होली पूजन का मुहूर्त भी शुरू हो जाएगा। दोपहर 1ण्30 मिनट से दोपहर 3 बजे तक राहु काल लगेगा और राहु काल में पूजन शुभ नहीं माना जाता है। अतः होली पूजन दोपहर 1ण्30 बजे से पहले कर लेना चाहिए। 1ण्30 बजे तक होली पूजन ना हो पाए तो फिर दोपहर 3 बजे राहु काल खत्म होने के बाद ही पूजन करें। आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि छोटी होली यानि होलिका दहन वाले दिन इस बार भद्रा का साया रहेगा। इसी के चलते होलिका दहन के लिए लंबा इंतजार करना होगा। भद्रा रात्रि 11 बजकर 26 मिनट तक व्याप्त रहेगी। ऐसे में होलिका दहन उसके बाद ही किया जाना चाहिए।
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