गाजियाबाद । प्रताप विहार स्थित श्रीबालाजी मंदिर में मंदिर के पुजारी प. राम कुमार आचार्य वशिष्ठ के सानिध्य में चल रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में कथा व्यास अमित आनंद जी महाराज ने कृष्ण जन्म कथा के बाद कथा को आगे बढ़ाते हुए पूतना वध, यशोदा मां के साथ बालपन की शरारतें, भगवान श्रीकृष्ण का गो प्रेम, कालिया नाग मान मर्दन, माखन चोरी गोपियों का प्रसंग सहित अन्य कई प्रसंगों का कथा के दौरान वर्णन किया।
कंस का आमंत्रण मिलने के बाद भगवान श्री कृष्ण बड़े भाई बलराम जी के साथ मथुरा को प्रस्थान करते हैं। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कथा व्यास द्वारा बीच-बीच में सुनाए गए भजन पर श्रोता भाव विभोर हो गए। भगवान को माखन इसलिए अच्छा लगता हैं क्यूकि माखन भक्त का प्रतीक है।उन्होंने गोवर्धन लीला का वर्णन करते हुए बताया की 7 कोस लंबे चौड़े कालिकाल के देवता गोवर्धननाथ को 7 वर्ष के कन्हैया ने अपने सबसे छोटी उगली में 7 दिनरात अपनी अंगुली पर रखा। भगवान धारण किए रहे इंद्र देव का अभिमान तोड़ा। इस लिए जीव को कभी अभिमान नहीं करना चाहिए और कर्म करना चाहिए फल की इच्छा नहीं रखनी चाहिए, जिससे कर्म करोगे तो फल मिलेगा इसलिए भगवान ने भी कर्म को प्रधान बताते हुए कहा कर्म करना जीव का धर्म है फल देना मेरा काम है। यजमान विकास बंसल ने परिवार माताजी ऊषा बंसल, धर्मपत्नी कामनी बंसल,भाई प्रदीप बंसल,दीपक बंसल,नीतू बंसल, स्वीटी बंसल के साथ व्यास पूजन किया और कथा का श्रवण किया।इस अवसर पर पार्षद संतोष सिंह राणा,दादरी के पूर्व नगर महामंत्री तरुण शर्मा,नीरज गुप्ता, विवेक अग्रवाल, नरेंद्र चंदीला,विजय गर्ग, शालिनी गर्ग,निशा गोस्वामी सहित काफी संख्या में भक्तजनों ने कथा का श्रवण किया।
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