सोमवार, 23 दिसंबर 2024

भारत रत्न चौधरी चरण सिंह सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी, नैतिकता, त्याग, तपस्या की प्रतिमूर्ति थे--रामदुलार यादव


                        मुकेश गुप्ता

 साहिबाबाद/गाजियाबाद । 23 दिसम्बर 2024 को लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में किसानों, वंचितों के मसीहा गाँव, कमजोर वर्ग की आवाज, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह का 122वाँ जन्म-दिवस समारोह उल्लास पूर्वक धूमधाम से मनाया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 देवकर्ण चौहान ने, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने किया। कार्यक्रम में समाजवादी चिन्तक राम दुलार यादव शिक्षाविद भी मुख्य वक्ता के रूप में शामिल रहे, जोरदार नारे श्रद्धेय किसान मसीहा के सम्मान में लगाये गये, राजेन्द्र सिंह ने भजन, विनोद त्रिपाठी ने गीत सुना सभी को आत्म विभोर कर दिया, ज्ञानपीठ केन्द्र के सभी साथियों ने श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण करते हुए उनके बताए विचार पर चलने का संकल्प लिया।

लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद समाजवादी विचारक राम दुलार यादव ने कहा कि भारत रत्न चौधरी चरण सिंह सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी, नैतिकता, त्याग, तपस्या की प्रतिमूर्ति रहे हैं, उन्होंने अपना सारा जीवन वंचित, शोषित समाज, किसान, मजदूर और कमजोर वर्गों के उत्थान में लगा दिया, तथा राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए शिष्टाचार और नैतिक आचरण की वकालत की, जब भारत स्वतंत्र नहीं हुआ था तब कई बार जेल गए, ब्रिटिश हुकूमत की यातना के शिकार हुए, एक बार तो अंग्रेजी सरकार ने उन्हें जिंदा और मुर्दा पकड़ने का फरमान जारी कर दिया था, जब देश आजाद हुआ तो उन्होंने उत्तर प्रदेश में किसानों और मजदूरों के शोषण को रोकने के लिए कई प्रयास किए, 27000 पटवारी का त्यागपत्र स्वीकार कर लेखपाल भर्ती कर दिए, तथा जमींदारी  प्रथा को खत्म कर किसानों और मजदूरों को जमीन का स्वामी बनाने का काम किया, उनका मानना था कि देश की खुशहाली का रास्ता गांव के “खेत और खलियानों से निकलता है”, जब गांव खुशहाल होंगे तो ही कस्बे और शहर खुशहाल होंगे, चौधरी चरण सिंह मंत्री, मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, उप प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री तक के पद पर आसीन रहे लेकिन उनकी कोई निजी संपत्ति नहीं थी, बेदाग जीवन जीकर एक मिसाल कायम की, लेकिन आज स्थिति बदली हुई है, चौधरी चरण सिंह जैसे नेता सदियों में पैदा होते हैं, आज देश में लूट और झूठ, भ्रष्टाचार का बेशर्मी से काम चल रहा है, संविधान और संवैधानिक  संस्थाएं लहूलुहान हो रही है, लोकतंत्र को खतरा पैदा हो गया है, चौधरी चरण सिंह का नाम वोट लेने के लिए लेते हैं, काम उनके विचार के विपरीत करते हैं, उन्हें चौधरी चरण सिंह का जन्मदिन मनाने का कोई अधिकार नहीं है जो अपनी राजनीति चमकाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करते हैं, और उनके विचार पर एक कदम भी नहीं चलते, यदि चौधरी चरण सिंह के सपनों का भारत बनाना है तो नैतिक मूल्यों को स्थापित करते हुए देश में नफरत के वातावरण को समूल नाश करना होगा, अहंकार और ईर्ष्या से ऊपर उठकर सद्भाव, भाईचारा, प्रेम, न्याय और बंधुत्व के लिए काम करना होगा, तभी हम चौधरी साहब की विचार के ध्वजवाहक बन सकते हैं| वर्तमान में विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट में भारत 143 देशों में 126 वें स्थान पर है, हम झूठे विश्व गुरु का सपना देख रहे है।

     कार्यक्रम में शामिल रहे राम दुलार यादव, देवकर्ण चौहान, ब्रह्म प्रकाश, श्रीनय, सम्राट सिंह, सी0 बी0 मौर्य, मुनीव राम यादव, एस0 एन0 जायसवाल, आर0 पी0 सिंह, विनोद कुमार त्रिपाठी, रवि अरोड़ा, जितेन्द्र यादव, ओम पाल सिंह, विनोद, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, सुरेश कुमार भरद्वाज, मोहम्मद सलाम, प्रेम चन्द पटेल, अखिलेश कुमार शुक्ल, शिवम् पाण्डेय, हरिकृष्णआदि।


                                                                                                                          


                                                                                                                      

                                                                                                                   

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