सोमवार, 16 दिसंबर 2024

महाकुंभ मेले में श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा की छावनी प्रवेश पेशवाई शोभा-यात्रा में शामिल हुए हजारों संत‘ श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

 


                      विशेष संवाददाता

श्रीमहंत हरि गिरि महाराज संरक्षण, निर्देशन व श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज की अध्यक्षता में निकली शोभा-यात्रा का जगह-जगह हुआ स्वागत

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज, जगतगुरू स्वामी नरेंदानंद्र सरस्वती महाराज, जगदगुरू शंकरांचार्य गर्गाचार्य स्वामी महेंद्रानंद गिरि महाराज भी हुए शामिल  

प्रयागराजःमहाकुंभ मेला प्रयागराज में शनिवार को अखाड़ों की पेशवाई हुई। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा द्वारा छावनी प्रवेश पेशवाई शोभा-यात्रा निकाली गई जिसमें हजारों साधु-संत शामिल हुए। शोभा-यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। छावनी प्रवेश पेशवाई शोभा यात्रा दोपहर 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महराज के संरक्षण व दिशा-निर्देशन, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज की अध्यक्षता, मेला प्रभारी श्रीमहंत मोहन भारती महाराज व श्री दूघेश्वर पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की देखरेख में श्री सिद्ध बाबा मौज गिरी मंदिर से शुरू हुई और यमुना पुल सेएडीसी होते हुए श्रीराम मंदिर पहुंची, जहां पूजनोपरांत शोभा-यात्रा पुराने रेलवे लाइन फाटक, परेड ग्राउंड, त्रिवेणी मार्ग, होते हुए शिवदत्त पुरी महाराज की समाधि पहुंची। पूजा-अर्चना के बाद त्रिवेणी बांध होते हुए शोभा-यात्रा छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित दत्तात्रेय मंदिर पहुंची। पूजा अर्चना के बाद शोभा यात्रा ने गंगाजी पर बने पुल को पार करते हुए श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा कर छावनी में प्रवेश किया। 

श्री दूघेश्वर पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि शोभा-यात्रा के स्वागत के लिए हर जगह भक्तों की भीड लगी रही। महाराजश्री ने बताया कि पेशवाई शोभा यात्रा में सबसे आगे देवता सूर्य प्रकाश थे। प्रयागराज के देवता सूर्य प्रकाश हैं, इसीलिए वे सबसे आगे थे। उनके पीछे घोडेपर निशान, फिर दत्त भगवन की चरण पादुका व पालकी थी। पालकी के पीछे नागा लोग देवता लेकर चल रहे थे और उनके पीछे सिंहासन पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज विराजमान थे। उनके पीछे जगतगुरू स्वामी नरेंद्रानंद्र सरस्वती महाराज और महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर चांदी के रथ पर सवार साधु-सत शामिल थे। श्रीराम मंदिर के पास पेशवाई शोभा यात्रा का स्वागत प्रयागराज के मयर गणेश केसरवानी व समस्त पार्षदों ने किया। परेड ग्राउंड में सेना के अधिकारियों व जवानों ने स्वागत अभिनंदन किया। मेला क्षेत्र में प्रवेश करने पर मेला अधिकारी, आईजी, डीआईजी, पुलिस कमिश्नर, जिलाधिकारी समेत सभी अधिकारियों ने स्वागत किया। प्रवेश यात्रा उस स्थान पर पहुंची, जहां धर्म ध्वजा की स्थापना की गई थी। यहां पर भगवान दत्तात्रेय की चरण पादुका व देवता की स्थापना की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस स्थान पर शुक्रवार को पूजन किया था, वहां पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज,  ?जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद्र सरस्वती महाराज, जगदगुरू शंकरांचार्य गर्गाचार्य स्वामी महेंद्रानंद गिरि महाराज, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत, थानापति आदि सभी ने गंगा, यमुना व सरस्वती की पूजा-अर्चना की। उसके बाद सांय 7 बजे शोभा-यात्रा ने कुभ छावनी में प्रवेश किया। पेशवाई शोभा-यात्रा में जगदगुरू शंकरांचार्य गर्गाचार्य स्वामी महेंद्रानंद गिरि महाराज, श्रीमहंत उमा शंकर भारती महाराज, श्रीमहंत पृथ्वी गिरि महाराज, श्रीमहंत केदार पुरी महाराज, श्रीमहंत सिद्धेश्वर यति महाराज, श्रीमहंत प्रेम भारती महाराज, श्रीमहंत शांति गिरि महाराज, श्रीमहंत राम गिरि महाराज, श्रीमहंत सिद्धेश्वर गिरि महाराज, श्रीमहंत धनंजय गिरि महाराज, श्रीमहंत मुकुंद पुरी महाराज, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, श्रीमहंत गणपत गिरि महाराज, श्रीमहंत थानापति धीरज गिरि महाराज, श्रीमहंत थानापति रवि भारती महाराज, श्रीमहंत थानापति मनोज गिरि महाराज, श्रीमहंत थानापति कुशपुरी महाराज, रमता पंच के श्रीमहंत निरंजन भारती महाराज, श्रीमहंत रामचंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत द्धिज पुरी महाराज, श्रीमहंत मोहन गिरि महाराज, अष्टकौशल महंत कमल भारती महाराज, महंत तीर्थ गिरि महाराज, महंत सतचेतन पुरी महाराज, महंत योगानंद गिरि महाराज, सहदेवानंद गिरि महाराज, कर्नाटक, थानापति नीलकंठ गिरि महाराज, थानापति मुन्ना गिरि महराज, महंत प्रचार गिरि महाराज, महामंडलेश्वर योग योगेश्वरी यति श्रीकृष्ण गौशाला नगीना धामपुर बिजनौर, श्री पंचदशनाम जूना अखाडे पटियाला पंजाब काली मंदिर की महंत महिला जगदगुरू साध्वी भुवनेश्वरी पंचानंद गिरि महाराज, महामंडलेश्वर वीरेंद्रानंद गिरि महाराज, किन्नर अखाडे के अध्यक्ष महामंडलेश्वर लक्ष्मीकांत त्रिपाठी महाराज, महामंडलेश्वर पवित्रानंद गिरि महाराज, आदि भी शामिल रहे। पायलट बाबा के शिष्य महामंडलेश्वर चेतनानंद गिरि महाराज महामंडलेश्वर श्रद्धानंद गिरि मतहामंडलेश्वर यू काइवा जापान वाली भी पालकी में सवार थीं। महामंडलेश्वर कपिल पुरी महाराज जिन्हें उप आचार्य पद पर नियुक्त किया है वे भी शोभा-यात्रा में शामिल थे। पायल बाबा के शिष्यों की ओर से भंडारे का आयोजन भी किया गया जिसमें हजारों संतों व भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। 

कुम्भ मेला प्रवेश के दौरान दिव्यता का अनुभव हुआ

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भारत की वैदिक सनातन संस्कृति और उसकी आध्यात्मिक संवेदनाओं की दिव्य अभिव्यक्ति कुम्भ महापर्व प्रयागराज 2025 के अंतर्गत शनिवार को नित्य विद्यमान स्मृत्यगामी भगवान श्री दत्तात्रेय जयन्ती के पावन पर्व पर जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज के नेतृत्व में श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े, गिरि-कन्दराओं, मठ’मन्दिरों और आश्रमों में रहने वाले लाखों तपः पूत संन्यासियों और सन्तों के साथ कुम्भ मेला प्रवेश किया गया। जूना अखाड़े के संरक्षक एवं अखाड़ा परिषद के महामंत्रीस्वामी हरिगिरि महाराज और सभापति स्वामी प्रेम गिरि ज महाराज के संयोजन में कुम्भ मेला प्रवेश के दौरान सभी को दिव्यता का अनुभव हुआ। इस दिव्य अवसर पर जूना अखाड़े के पूज्य महामण्डलेश्वर गणों, महंतों, .श्रीमहंतों, नागा साधुओं का स्वागत मेला अधिकारी विजय किरण आनन्द, एसएसपी राजेश द्विवेदी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने किया। इस अवसर पर प्रभु प्रेमी संघ के न्यासीगण  प्रवीण नरुला, किशोर काया, रोहित माथुर, राजीव शर्मा, मालिनी दोशी, सुरेन्द्र सर्राफ, देवेश त्रिवेदी भी मौजूद रहे।

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