डीएम, एसएसपी इटावा से मुलाकात कर पीड़ित पत्रकार को सुरक्षा देने की माँग
जिले भर के एक सैकड़ा पत्रकार, समाजसेवी, बकील का मिला पीड़ित पत्रकार का साथ
पीड़ित पत्रकार को सुरक्षा न मिली तो होगा बड़ा आंदोलन
इटावा। इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन (इंडिया) के प्रदेश अध्यक्ष सुघर सिंह पत्रकार व उनके पुत्र को गोली मारने व बम से उड़ाने की मिली धमकी मामले ने तूल पकड़ लिया है। एक सैकड़ा से अधिक पत्रकारों, वकीलों, समाजसेवियों ने मुख्यमंत्री व मंडलायुक्त को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट इटावा व जिला अधिकारी इटावा, एसएसपी इटावा को देकर पीड़ित पत्रकार व उसके पुत्र को सुरक्षा दिए जाने की मांग की व 48 घंटे में अभियुक्त की गिरफ्तारी की मांग की। पत्रकारों ने मांग की अगर मांगे पूरी नही हुई तो जिले भर के पत्रकार धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
मुख्यमंत्री व मंडलायुक्त कानपुर मंडल को संबोधित सिटी मजिस्ट्रेट को दिए ज्ञापन व जिलाधिकारी व एसएसपी को दिए ज्ञापन में बताया गया कि दिनांक 13/14 दिसम्बर की रात्रि अज्ञात नंबर से तीन अपराधियो द्वारा सुघर सिंह व उनके बेटे को 7 बार गोली मारने व बम से उड़ाने की धमकी दी है। जिसका मुकदमा भी थाना सैफई में मुअस 247/24 धारा 352, 351(4) दर्ज किया गया हैं। घटना के 5 दिन वाद भी पुलिस के हाथ खाली है अभी तक अभियुक्तो के बारे में थाना सैफई पुलिस के पास कोई जानकारी नही है। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
सुघर सिंह पत्रकार द्वारा वर्ष 2016 से 2024 तक लगभग 20 मुकदमे इटावा, नोएडा, अमेठी, कानपुर नगर, लखनऊ, में दर्ज कराए गए हैं। जिनमें कई मुकदमों में चार्जसीट जा चुकी है। कुछ में न्यायालय में प्रोटेस्ट दाखिल है। सुघर सिंह पत्रकार को मिलने बाली धमकी की मुख्य बजह यह है कि उनके फेसबुक पर टैग करते हुए कुछ अपराधियो ने देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री पर अभद्र अश्लील आपत्तिजनक टिप्पड़ी की थी। जिस पर सुघर सिंह ने आरोपियों के विरुद्ध थाना सैफई में मुकदमा दर्ज कराया था उन अपराधियों के खिलाफ विभिन्न जनपदों में 50 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं और कई बार जेल भी जा चुके हैं। ऐसे अपराधी प्रदेश प्रभारी व उनके परिजनों की जान के दुश्मन बने हुए हैं और उनकी कभी भी हत्या हो सकती है। सुघर सिंह व उनके परिजनों एलआईयू से जांच कराकर स्थाई सुरक्षा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। अगर सुघर सिंह पत्रकार के साथ कोई घटना घटित होती है तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। अगर सुरक्षा नही दी जाती है तो इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के पदाधिकारी धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
इस मौके पर गणेश ज्ञानार्थी, प्रमोद दीक्षित, कुलदीप कुमार, रघुवीर यादव, मसूद तैमूरी, सैफ तैमूरी, राजीव यादव, कपिल यादव, असित यादव, गौरव कुमार, पवन मिश्रा एडवोकेट, अक्षय राज भदौरिया, अनिल चौधरी, राजू कुशवाह , मु० शाहिद, सर्वेन्द्र कुशवाह, इकवाल, मेघ सिंह वर्मा, आशीष कुमार, पंकज राठौर, मनोज कुमार, राहुल यादव, सत्य नारायण राजपूत, वंदना यादव, राम नरेश पोरवाल, विशाल रावत, विनीत कुमार, मु० नफीस, अनिल कुमार, चंद्रप्रताप सिंह, सुशील कांत, करुणानिधि, राम ब्रज, विष्णु राठौर, गौरव सिंह, कुमार रवि, कुलदीप कश्यप, समेत एक सैकड़ा पत्रकार मौजूद रहे।
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