गाजियाबाद । बृहस्पतिवार को नेहरू वर्ल्ड स्कूल में प्रसिद्ध ब्रिटिश लेखक रॉस वेलफोर्ड आए। वेलफोर्ड जो द मैजिक सर्कल एक प्रतिष्ठित ब्रिटिश संस्थान के प्रमुख सदस्य भी हैं। अपनी मिडिल स्कूल के पाठकों के लिए लिखी गई शानदार कहानियों के लिए जाने जाते हैं। उनकी अन्य प्रसिद्ध कृतियों द 1000 ईयर ओल्ड बॉप और द डॉग हूँ सेव्ठ द वर्ल्ड में हास्य रोमांच और भावनात्मक गहराई का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है। प्रसिद्ध ब्रिटिश लेखक रॉस वेलफोर्ड ने नेहरु वर्ल्ड स्कूल के बच्चों का विज्ञान कथा और फैंटेसी पर आधारित एक विशेष ऑनलाइन सत्र का आयोजन किया। सत्र के दौरान वेलफोर्ड ने कक्षा 4 से 8 तक के छात्रों के साथ जुड़ते हुए अपनी लेखन प्रक्रिया और कहानियों के निर्माण के पीछे की प्रक्रिया साझा की। छात्रों ने उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना उत्साह से प्रश्न पूछे और अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। कुछ छात्रों ने कविताएँ प्रस्तुत की जबकि कुछ ने वेलफोर्ड के मार्गदर्शन में बनाए गए अपने लेखन के नमूने साझा किए।
रॉस वेलफोर्ड ने छात्रों के लिए लेखन पर तीन उपयोगी सुझाव भी दिए पहला शीर्षक ऐसा होना चाहिए जो पाठकों को आपकी किताब खरीदने के लिए प्रेरित करें। दूसरा अगर आप अच्छी कहानियाँ लिखना चाहते हैं तो विभिन्न प्रकार की किताबें पढ़ें। तथा तीत्तरा अपनी किताब के पहले पृष्ठ पर कुछ नाटकीय लिखें ताकि पाठक की रुचि तुरंत जाग जाए। कार्यक्रम का समापन करते हुए नेहरू वर्ल्ड स्कूल की एग्जीक्यूटिव हैड़ सूसन होम्स ने वेलफोर्ड को धन्यवाद देते हुए कहा. श्री वेलफोर्ड की लेखन के प्रति समझ और साहित्य के प्रति उनका जोमा हमारे युवा लेखकों को न केवल लेखन के लिए प्रेरित करता है, बल्कि हमें एक अच्छी किताब में डूबने के अनमोल आनंद की याद दिलाता है।
यह सत्र छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव साबित हुआ जिसने उनकी कल्पनाशक्ति को प्रोत्साहित किया और लेखन व पढ़ने के प्रति उनकी रुचि को और गहराई प्रदान की।
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