मंगलवार, 5 नवंबर 2024

सपा प्रमुख अखिलेश यादव युवजन सभा के राष्ट्रीय महासचिव अमन यादव के घर पहुंचे, परिवार का हाल जाना

 


                        मुकेश गुप्ता

गाजियाबाद । सपा प्रमुख अखिलेश यादव मंगलवार को गाजियाबाद विधानसभा 56 के होने वाले उप चुनाव के इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी सिंह राज जाटव की जीत के लिए कार्यकर्ताओं जीत का मंत्र देने के लिए गाजियाबाद पहुंचे। जहां उन्होंने बूथ लेवल के सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार सभी कार्यकर्ता अपने बूथ की जिम्मेदारी संभालें और वास्तव में मतदाताओं से मिलकर अपने पक्ष में मतदान करने के लिए कहें तो निश्चित तौर पर इस बार अपने प्रत्याशी को विजयी होने से कोई नहीं रोक सकता।

अखिलेश यादव राजनीति में निपुण माने जाते हैं। कार्यकर्ताओं का संबोधन करने के बाद वह लाईन पार क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के राष्ट्रीय महासचिव अमन यादव के घर पहुंचे। जहां उन्होंने अमन यादव से इस उपचुनाव को लेकर गहन चर्चा की और वास्तविक स्थिति को जाना, साथ ही उन्होंने अमन यादव के बड़े भाई राहुल यादव जो दिल्ली राज्य के रणजी के खिलाड़ी हैं। फिलहाल में वह अरुणाचल BCCI अंडर 19 के कोच बनाये गए हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें बधाई दी और कहा कि जिस तरह से राहुल यादव अपने व्यक्तित्व का परिचय दे रहे हैं, तो आने वाले समय में निश्चित तौर पर अपने परिवार और जिले का ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश का भी नाम रोशन करेंगे।

जैसे ही अखिलेश यादव का काफिला अमन यादव के घर की तरफ चला तो  इसकी सूचना आग की तरह फैली और  अखिलेश यादव की नीतियों से प्रभावित  लोग उनकी एक झलक पाने और उनसे  रूबरू होने के लिए अमन यादव के घर पहुंचे। जहां पर उनके परिवार और रिश्तेदारों के साथ - 

साथ क्षेत्रीय लोगों ने भी भव्य स्वागत किया गया। अखिलेश यादव यहां किसी राजनीतिक कार्यक्रम के दृष्टिकोण से नहीं बल्कि पारिवारिक मिलन के रूप में पहुंचे थे। 

अखिलेश यादव ने अमन यादव के घर पहुंचते ही उनके पिता महेश यादव से पूरे परिवार का हाल जाना और कुशलता की कामना की। इस दौरान उन्होंने अमन यादव से आगामी 20 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के बारे में गहन चर्चा की और फिलहाल की स्थिति के बारे में जानकारी की।अखिलेश यादव ने युवजन सभा का महासचिव होने के नाते अमन यादव को भी जिम्मेदारी दी कि वह भी 20 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में पूरी भागीदारी करें। ताकि इस उपचुनाव में 2027 के चुनाव का रास्ता साफ हो सके।

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