नोएडा । सेक्टर 63: एचडीएफसी बैंक की गंभीर लापरवाही के कारण सेक्टर 62 स्थित एक कंपनी के लगभग 350 कर्मचारियों को हर महीने समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है। कंपनी के खाते से निर्धारित तारीख को पैसे कट जाने के बावजूद भी, कर्मचारियों के खातों में सैलरी का ट्रांसफर समय पर नहीं हो पा रहा है, जिससे उनमें रोष व्याप्त है।
इस मामले में जब कंपनी के सीएमडी सत्येंद्र सिंह ने बैंक के मैनेजर दीपक अग्रवाल से संपर्क करने की कोशिश की, तो मैनेजर ने न केवल फोन उठाने में आनाकानी की, बल्कि बात करने पर भी असभ्य भाषा का प्रयोग किया। मैनेजर ने कहा, “मैंने ठेका नहीं लिया है कि हर किसी को सैलरी समय पर मिले। आप जो भी कर सकते हैं, कर लीजिए। अगर समस्या है तो अपना खाता किसी अन्य बैंक में ट्रांसफर करवा लीजिए। हमारे पास बहुत से अकाउंट हैं, हम उन सभी को संभालने में असमर्थ हैं।”
इतना ही नहीं, बैंक मैनेजर ने यहां तक कह दिया कि “आप चाहें तो चेयरमैन से शिकायत कर सकते हैं, मेरा कुछ नहीं होगा।” इसके बाद कंपनी ने कई बार ईमेल के माध्यम से भी अपनी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन बैंक की ओर से कोई जवाब नहीं आया। कंपनी का आरोप है कि जब खाते खुलवाए गए थे, तब बैंक ने सभी सुविधाएं देने का वादा किया था, परंतु अब सैलरी ट्रांसफर तक ठीक से नहीं हो पा रहा है।
सत्येंद्र सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को वेतन न मिलने से कंपनी में कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा, “हमारे कर्मचारी समय पर सैलरी नहीं मिलने से परेशान हैं और इसका सीधा असर उनकी आर्थिक स्थिति और काम के उत्साह पर पड़ रहा है। हम बैंक से बार-बार अनुरोध कर चुके हैं, लेकिन हमें संतोषजनक जवाब नहीं मिला।”
कंपनी प्रबंधन ने इस लापरवाही और अभद्र व्यवहार के लिए बैंक के उच्च अधिकारियों से भी संपर्क करने की योजना बनाई है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े।
प्रशासन और बैंक उच्च अधिकारियों से अपील
कंपनी ने बैंक के इस लापरवाह और गैरजिम्मेदाराना रवैये की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और उम्मीद जताई है कि बैंक कर्मचारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जल्द ही समाधान निकालेगा।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर से बैंकिंग सेवाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं और ग्राहकों की असुविधा को उजागर किया है।
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