शुक्रवार, 2 अगस्त 2024

श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में त्रयोदशी व हाजरी के जल के लिए कांवड़ियों की उमडी भीड

 

                          मुकेश गुप्ता

भगवान दूधेश्वर के जयकारों से मंदिर ही नहीं जस्सीपुरा मोड, विजयनगर व जी टी रोड भी गूंजायमान हो रहा है

श्रावण शिवरात्रि का जल अपरान्ह 3 बजकर 26 मिनट के बाद चढेगाः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज

गाजियाबादः शहर का प्राचीन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए  कांवड़ियों व शिवभक्तों की भीड लगी है। बोल बम व भगवान दूधेश्वर के जयकारों से मंदिर, जस्सीपुरा मोड, कैलाश नगर व जीटी रोड गूंजायमान हो रहा है। कांवड़िए व शिवभक्त जलाभिषेक के बाद मंदिर के पीठाधीश्वर श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज से आशीर्वाद ले रहे हैं। मंदिर में आठ प्रहर की पूजा-अर्चना भी शुरू हो गई है। अभी त्रयोदशी व हाजरी का जल चढ रहा है, जो 3 बजकर 26 मिनट तक चढेगा, उसके बाद चतुर्दशी यानि श्रावण शिवरात्रि का जल चढेगा। 

मंदिर उत्तर प्रदेश ही नहीं दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब आदि राज्यों के कांवड़िए भी जलाभिषेक कर रहे हैं। श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने बताया कि जलाभिषेक का सिलसिला लगातार जारी है। रात्रि में ही हजारों कांवड़ियों ने जलाभिषेक कर लिया। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब आदि राज्यों के कांवड़िए जलाभिषेक कर अपने घरों की ओर रवाना हो गए हैं। इस बार  कांवड़ियों की भीड ने सारे रिकार्ड तोड दिए हैं। अभी त्रयोदशी व हाजरी का जल चढ रहा है और उसके लिए मंदिर में कांवड़ियों की भीड लगी है। श्रावण शिवरात्रि का जल चढेगा सांय 3 बजकर 26 मिनट के बाद से चढेगा जिसके बाद कांवड़ियों की भीड और भी बढ जाएगी। इसी कारण शिवभक्तों से अपील की जा रही है कि पहले कांवड़ियों को जलाभिषेक करने दें। शिवभक्त शनिवार की प्रातः 4 बजे से सांय 3 बजकर 50 मिनट तक जलाभिषंेक कर सकते हैं। इससे व्यवस्था भी बनी रहेगी और उन्हें भी कोई असुविधा नहीं होगी। मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि कांवड़ियों को कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए महापौर सुनीता दयाल, नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक से लेकर जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह व पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ना सिर्फ मंदिर का निरीक्षण कर चुके हैं, बल्कि सभी व्यवस्थाओं पर नजर भी रखे हुए हैं। इस बार की व्यवस्था इतनी अच्छी है कि बिना किसी परेशानी व बाधा के जलाभिषेक हो रहा है। जलाभिषेक की व्यवस्थाओं की चर्चा पूरे उत्तर प्रदेश में हो रही है और सभी उसकी सराहना कर रहे हैं। सभी का कहना है कि महाराजश्री के मार्गदर्शन में श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर आज विश्व के प्रमुख धार्मिक स्थलों में अपनी पहचान बना चुका है। श्रावण शिवरात्रि पर मंदिर में हर वर्ष होने वाली आठ प्रहर की पूजा भी प्रातः 4 बजे से शुरू हो गई है। श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज की अध्यक्षता में हर प्रहर की पूजा 2-2 घंटे की होगी। रूद्राभिषेक का सिलसिला भी जारी है।


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