रविवार, 4 अगस्त 2024

शिक्षा के साथ—साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान होना चाहिए: राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल

 

मुकेश गुप्ता

  श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा किया गया ग्राम मोरटी, ब्लॉक रजापुर, विधानसभा मुरादनगर, जनपद गाजियाबाद में देश की प्रथम ए.आई. (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित आंगनवाड़ी का उद्घाटन

ऐसी व्यवस्था की जाएं कि बच्चे बचपन से ही आत्मनिर्भर बन सकें: राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल

गाजियाबाद । ग्राम मोरटी, ब्लॉक रजापुर, विधानसभा मुरादनगर, जनपद गाजियाबाद में रोटरी इन्टरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 द्वारा देश की प्रथम ए.आई. (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित आंगनवाड़ी का शुभारम्भ एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों को किट वितरण  राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा किया गया।


श्रीमती आनंदीबेन पटेल का  कैबिनेट मंत्री/विधायक सुनील कुमार शर्मा, विधायक अजीतपाल त्यागी,  विधायक डॉ.मंजू सिवाच, पुलिस कमिश्नर  अजय कुमार मिश्रा, जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह, मुख्य विकास अधिकारी  अभिनव गोपाल, रोटरी इन्टरनेशल डिस्ट्रिक्ट 3012 के गर्वनर  प्रशांत राज सहित अन्य गणमान्यों द्वारा स्वागत किया गया।  राज्यपाल  द्वारा देश की प्रथम ए.आई. आधारित आंगनवाड़ी का उद्घाटन किया गया। तदोपरांत उनके द्वारा आंगनवाड़ी विधार्थियों से वार्ता की गई। इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा कविताओं पर प्रस्तुति दी गई।  राज्यपाल द्वारा ए.आई. (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से विद्यार्थियों को पढ़ाने के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी ली गई।


 राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि जनपद में आंगनवाड़ी केन्द्रों में कराये जा रहे सुधारों और डिजिटलीकरण हेतु मै आप सभी को शुभकामनाऐं देती है। आज देश की पहली ए.आई आंगनवाड़ी का शुभारम्भ हुआ है, इससे बच्चों को और बेहतर शिक्षा व जानकारी प्राप्त होगी। उन्होने का कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए कि बच्चे उसे समझ सके, सिर्फ रटा—रटाया ज्ञान ना हो। बच्चें को समझ आना चाहिए कि वह क्या लिख रहा है, क्या बोल रहा है। उन्होने कहा कि शिक्षा के साथ—साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान होना चाहिए। इसके लिए पाठयक्रम शिक्षा के दौरान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान इस प्रकार के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने चाहिए जिससे बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान हो सके।

 राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों के साथ—साथ महिलाऐं भी कुपोषित है, जब हमारी माताएं सशक्त बनेगी तो हमारे बच्चे भी सशक्त बनेंगे, तभी देश भी सशक्त बनेगा। हमें आंगनवाड़ी सहित अन्य के माध्यम से जानना चाहिए कि गर्भवती महिलाऐं जहां भी कार्य कर रही हो, चाहे वह घरों, कम्पनी, गोदाम, कारखाना, मजदूरी सहित अन्य जगह काम कर रही हो, हमें उन लोगों तक संदेश पहुंचना है कि वे किसी ना किसी रूप में गर्भवती ​महिलाओं को पोषण आहार प्रदान करें, जिससे की वह स्वयं सक्षम व मजबूत हो सके और एक स्वस्थ्य बच्चे का जन्म दे सके। माननीय राज्यपाल महोदया ने कहा कि गर्भधारण के उपरान्त गर्भवती महिला सहित उनके परिवारजनों को चाहिए कि वे घर में स्वस्थ्य वातावरण रखें, कोई भी लड़ाई—झगड़ा ना हो, अच्छी—अच्छी किताबें पढ़े और प्रेम के वातावरण में रहे, जिससे कि बच्चे पर उसका अच्छा असर पड़े और वह तन—मन से स्वस्थ्य जन्म लें। तब बच्चे आने वाले समय में एक सशक्त भारत के निर्माण में वह अहम भूमिका निभायेंगे।

इस मौके पर  राज्यपाल द्वारा अवगत कराया गया कि जेलों में महिलाओं से संबंधित अपराधों में 80 प्रतिशत कैदी दहेज मामलो के हैं, हमें चाहिए कि हम ऐसे समाज का निर्माण करें जहां अपराध के लिए कोई जगह ना हो। इस मौके पर माननीय द्वारा एक कीट आंगनवाड़ी कार्यकत्री को दी गयी और निर्देशित किया कि इस प्रकार की किट सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर होनी चाहिए ताकि इससे बच्चों को कोई परेशानी हो तो इससे उसका समाधान किया जा सके। इस किट में साबुन, डिटौल, पट्टी, म​रहम, कंघा, सीसा, सूई—धागा, कैंची, तेल सहित अन्य सामग्री है। इसके साथ उन्होने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों के डिजाईन के समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि बच्चों के लिए पानी सुविधा, शौचालय, टॉयलेट सहित उनके हाईट के हिसाब से बनाये जाएं, ताकि वे दूसरों पर​ निर्भर ना होकर बचपन से ही आत्मनिर्भर बन सकें।

जिलाधिकारी  इन्द्र विक्रम सिंह ने स्वागत सम्बोधन करते हुए कहा कि मैं सम्पूर्ण जनपदवासियों की ओर से राज्यपाल महोदया एवं कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का हृदय की गहराई से स्वागत करता हूं। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कुल 1371 आंगनवाड़ी केन्द्र है, जिसमें 866 शहरी व 505 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। जिनमें 03 से 06 वर्ष के कुल 41318 बच्चे हैं जिनमें 20795 बालक व 20523 बालिका हैं। टाटा स्टील सहित अन्य कम्पनियों/संस्थाओं द्वारा आंगनवाड़ियों निर्माण/पुनर्निर्माण का कार्य किया जा रहा हैं जो कि बहुत सराहनीय है।  राज्यपाल  द्वारा जनपद गाजियाबाद में देश की प्रथम ए.आई.(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का उद्घाटन करने के लिए हम उनके आभारी हैं। आपके आगमन से प्रबद्धजनों को प्ररेणा मिलेगी और हम उनके सहयोग से जनपद में और भी अच्छे कार्य करेंगे। स्वागत सम्बोधन के पश्चात आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा गर्भधारण से शिशू के 03 वर्ष तक के होने पर गीत एवं नृत्य की प्रस्तुति एवं कुपोषण से सम्बंधित जानकारी गीत प्रस्तुत किया गया। प्रशान्त राज, गर्वनर—रोटरी इन्टरनेशल डिस्ट्रिक्ट 3012 ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम शिक्षा के क्षेत्र में इन छोटे बच्चों के उज्जवल भविष्य हेतु प्रयासरत रहे। हम इस प्रकार की कोशिश कर उनके सुनहरे भविष्य को उन्हें सरलता से पाने के लक्ष्य को पूरा करने में सहयोग कर रहे हैं। हमारे रोटरी क्लब के 160 प्रेजीडेंट हैं मेरा उनसे आग्रह है कि वह कम से कम एक—एक आंगनवाड़ी केन्द्र लें और उनमें सुधारात्मक कार्य करें। हमारा प्रथम चरण में 100 आंगनवाड़ी केन्द्रों को विकसित करने का लक्ष्य है।

 कैबिनेट मंत्री एवं साहिबाबाद विधायक  सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि रोटरी क्लब द्वारा किये जा रहे कार्य और टाटा स्टील सहित अन्य के द्वारा आंगनवाड़ियों के निर्माण/पुनर्निर्माण कराये जाने का कार्य सराहनीय है।कार्यक्रम के दौरान आंगनवा​ड़ियों का निर्माण एवं उन्हें किट वितरित करने वाली संस्थाओं श्री प्रशांत राज शर्मा डिस्ट्रिक्ट गर्वनर रोटरी—3012,  विजय नाम देव डिस्ट्रि​क्ट लिटरेसी कमेटी चेयरमैन रोटरी 3012,  आशुतोष प्रतिनिधि रोटरी इन्टर नेशनल,  विवेक चौबे प्रतिनिधि मुथूट फाईनेंस,  मनीष जैन प्रतिनिधि पारले एग्रो, मनीष मिश्रा प्रति​निधि टाटा स्टील,  अरूण अग्रवाल रोटरी साउथ एन्ड को माननीय राज्यपाल द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 05 आंगनवाड़ी केन्द्रों श्रीमती मधु—नगला, श्रीमती रूपवती—अटौर, श्रीमती मुनाजारा—कल्लूगढ़ी, श्रीमती बबीता—भीकनपुर, श्रीमती मंजू—अटौर को प्री—स्कूल किट वितरीत की गई। इसके साथ ही राज्यपाल महोदया द्वारा राजभवन से विद्यालय के लिए पाठ्य पुस्तके प्रधानाचार्य श्री रविन्द्र कुमार को प्रदान की गई। महापौर श्रीमती सुनिता दयाल द्वारा कार्यक्रम समापन सम्बो​धन में सभी गणमान्य अतिथियों का कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु धन्यवाद प्रेषित करते हुए आभार प्रकट किया गया। उन्होने कहा कि आंगनवाड़ियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बनाने से बच्चों के दिमाग में और तेजी से विकास होगा। कार्यक्रम के अंत में जनपदवासियों की तरफ से माननीय राज्यपाल महोदया को मण्डल आर्ट की 100 पुस्तके भेंट की। रोटरी इन्टरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 द्वारा आंगनवाड़ियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बनाया जा रहा है जिसका इम्पलीमेंट इन्नोजिकल इन्नोवेशन प्रा.लि. द्वारा किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ.पूनम शर्मा एवं प्राथमिक विद्यालय की दो छात्राऐं ​कनिष्का और आकार्तिका द्वारा किया गया। कार्यक्रम को मुख्य रूप से रोटरी इन्टरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 के सदस्यों, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग, श्री कीर्ति प्रधान मोरटी सहित अन्य गणमान्यों/विभागों के द्वारा कार्यक्रम सकुशल सम्पन्न हुआ।

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