रविवार, 4 अगस्त 2024

महाराजश्री ने हरियाली अमावस्या पर श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ में पौधरोपण किया

                      

                       मुकेश गुप्ता

भारतीय संस्कृति में प्रकृति, पेड-पौधों का बहुत ही अहम स्थान हैः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज

गाजियाबादःहरियाली अमावस्या पर श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर स्थित श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ में पौधरोपण किया गया। लोगों से भी पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण करने की अपील की गई। पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर के पीठाधीश्वर, दिल्ली सन्त महामण्डल के राष्ट्रीय अध्यक्ष,  श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने किया। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति में प्रकृति, पेड-पौधों का बहुत ही अहम स्थान है। पेड-पौधों को भगवान का रूप तक माना गया है। 

पीपल में ब्रहमा, विष्णु व महेश का वास बताया गया है। त्रिदेव ही हमारी 24 घंटे रक्षा करते हैं और पीपल भी हमारी रक्षा के लिए 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। प्रकृति के महत्व को समझाने के लिए ही भगवान कृष्ण ने गोवर्धन लीला की, मगर यह दुर्भाग्य है कि आज हम सब कुछ भूल चुके हैं। अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति के साथ खिलवाड कर रहे हैं और पेड-पौधे काट रहे हैं। इसी का नतीजा है कि आज सांस की डोर इतनी जल्दी टूट रही है। यदि यही स्थिति दूर रही तो वह दिन दूर नहीं जब पेड-पौघे खत्म हो जाएंगे और हमारा अस्तित्व भी खतरे में पड जाएगा। अतः सभी जागरूक बनें और प्रकृति व पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आएं और पौधरोपण करने के साथ उनकी देखभाल भी करें, तभी प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सकेगा। महंत गिरीशानंद गिरी महाराज, श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के आचार्य तयौराज उपाध्याय, नित्यांनंद आचार्य, आचार्य रोहित त्रिपाठी सामवेदी, आचार्य विकास पांडे ने भी पौधरोपण किया।

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