शनिवार, 3 अगस्त 2024

सावन शिवरात्रि पर सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में 48 घंटे तक लगातार जलाभिषेक होता रहा

 

कांवड़ियों व शिवभक्तों की भीड़ ने अब के सारे रिकार्ड तोड दिएः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज

भीड़ के बावजूद जलाभिषेक में कोई परेशानी नहीं हुई

हर कोई बोला, इतनी अच्छी व्यवस्था आज तक नहीं देखी

गाजियाबादः सावन शिवरात्रि पर सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में कांवड़ियों व शिवभक्तों का ऐसा सैलाब उमडा कि 48 घंटे तक निरंतर भगवान दूधेश्वर का जलाभिषेक होता रहा। भीड़ के चलते भक्तों को घंटों कतारों में लगना पडा फिर भी उनके जोश व उत्साह में कोई कमी नहीं आई और वे बोल बम, हर हर महादेव व भगवान दूधेश्वर के जयकारांें से सभी को शिवभक्ति से सराबोर करते रहे। मंदिर के पीठाधीश्वर श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज से आशीर्वाद लेने के लिए कांवड़ियों व शिवभक्तों का तांता लगा रहा। 

मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग व अनुज गर्ग ने कांवड़ियों व शिवभक्तों की सेवा करते हुए प्रसाद वितरित किया। मंदिर में जलाभिषेक को लेकर की गई व्यवस्था की चर्चा पूरे देश में हो रही है और सभी ने उसकी सराहना की। 

कई राज्यों के कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया 

मंदिर में चतुर्दशी यानि सावन शिवरात्रि के जलाभिषेक का सिलसिला शुक्रवार को अपरान्ह 3 बजकर 27 मिनट से शुरू हुआ, मगर जलाभिषेक को लेकर गुरूवार की दोपहर से ही कतार लगनी शुरू हो गई थी। महाराजश्री ने बताया कि त्रयोदशी व हाजरी का जल चढाने के लिए भी इस बार भक्तों को घंटों इंतजार करना पडा। सावन शिवरात्रि पर भगवान दूधेश्वर का अभिषेक करने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान व पंजाब के लाखों कांवडिएं आए। शुक्रवार की रात्रि 12 अजे के बाद भी लंबी कतारें लगी रहीं। आम से लेकर खास सभी ने भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना कर जलाभिषेक किया।

38 वर्ष में इतनी भीड़ नहीं देख

महाराजश्री ने बताया कि मंदिर के महंत के रूप में उन्हें 38 वर्ष हो चुके हैं, मगर इतनी भीड़ उन्होंने आज तक नहीं देखी। 48 घंटे तक लगातार जलाभिषेक का सिलसिलाा पहली बार ही चला। कांवड़ियों व शिवभक्तों की भक्ति, आस्था व श्रद्धा के चलते मंदिर में ऐसा दिव्य व भव्य वातावरण बना कि हर कोई ही शिवमय हो गया। शनिवार को भी भक्तों के आने व जलाभिषेक करने का सिलसिला निरंतर चलता रहा तो यह सब भगवान दूधेश्वर की हम सभी पर कृपा का फल ही है।

शानदार व्यवस्था की हर कोई सराहना कर रहा है

मंदिर में इस बार कांवड़ियों व शिवभक्तों की भीड़ के सभी रिकार्ड टूट गए। हर किसी का यही कहना था कि इतनी भीड़ पहले कभी नहीं देखी, इसके बावजूद जलाभिषेक में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हुई तो इसका कारण मंदिर में की गई शानदार व्यवस्था थी। नगर निगम, जिला व पंुुलिस प्रशासन ने ऐसे प्रंबध किए गए कि सैकडों किमी पैदल चलकर कांवड़ियों की सारी थकान मंदिर में प्रवेश करते ही दूर हो गई। श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने बताया कि पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा, एडिशनल पुलिस कमिशनर पी दिनेश कुमार एडिशनल पुलिस कमिश्नर कल्पना श्रीवास्तव, डीएसपी सिटी राजेश कुमार, सहायक कमिश्नर क्राइम सच्चिदानंद, सहायक पुलिस कमिश्नर क्राइम 

रितेश त्रिपाठी सहायक पुलिस कमिश्नर प्रियाश्री पाल, अपर सहायक पुलिस आयुक्त यातायात पीयूष सिंह, जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम, महापौर सुनीता दयाल व नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में नगर निगम के सभी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी, निर्माण विभाग से एन के चौधरी और उनकी पूरी टीम, सफ़ाई विभाग से डॉ मिथिलेश और उनकी पूरी टीम, उद्यान विभाग से डॉ अनुज सिंह और उनकी पूरी टीम, जलकल विभाग से के पी आनंद और उनकी पूरी टीम

प्रकाश विभाग से आस कुमार और उनकी पूरी टीम दूधेश्वर मंदिर की व्यवस्था और कांवड़ यात्रा को ऐतिहासिक, भव्य व दिव्य बनाने के लिए समर्पित रही जिसके लिए महाराजश्री ने सभी का धन्यवाद किया। पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा ने तो चार घंटे तक भगवान के स्वयंसेवक के रूप में जलाभिषेक कराया। कांवड़ मेले की कवरेज कर उसे देश-विदेश के भक्तों के बीच पहुंचाने के लिए महाराजश्री ने सभी मीडिया बंधुओं का भी धन्यवाद किया। साथ ही व्यवस्था में दिन-रात सहयोग देने वाले मंदिर के सभी स्वयंसेवकों व सेवादारों का भी धन्यवाद किया। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया

श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के इतना विशाल, भव्य व दिव्य रूप लेने में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अहम भूमिका है। वर्ष 2017 में जब वे मुख्यमंत्री बने थे तो वे उनसे मिले थे और पश्चिम उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के बारे में उन्हें बताया था। साथ ही ज्ञापन देकर उनसे यात्रा को लेकर सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने तुरंत ही केबिनेट की बैठक बुलाकर कांवड़ यात्रा के दौरान हर सुविधा उपलब्ध कराने व कांवड़ियों  पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद से ही कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों को हर प्रकार की सुविधा मिल रही है। 

मंदिर के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग व अनुज गर्ग ने प्रसाद वितरित किया

मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग व उपाध्यक्ष अनुज गर्ग ने हर बार की तरह इस बार भी कांवड़ियों व शिवभक्तों की सेवा की। उन्होंने भक्तों को प्रसाद भी वितरित किया। भगवान के भव्य श्रृंगार की व्यवस्था श्रृंगार समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल ने की। महाराजश्री ने भगवान की आरती की और महंत गिरीशानंद गिरी महाराज ने धूप व दीप आरती। मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि श्री दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के आचार्य तयौराज उपाध्याय, विकास पांडे अमित शमार्, अतुल शर्मा व रोहित त्रिपाठी ने आठ प्रहर की पूजा कराई। 

वीआईपी का लगा रहा तांता

मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए वीआईपी का भी तांता लगा रहा। एसआर सुथार ने बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह, उनके सचिव पारिख, पूर्व सांसद रमेश चंद तोमर समेत सभी राजनैतिक दलों के नेताओं, पार्षदों आदि ने भी मंदिर में आकर भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना की व महाराजश्री का आशीर्वाद लिया।



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