शनिवार, 6 जुलाई 2024

श्री सिद्धेश्वर महादेव कुटी में कलश स्थापना के बाद पहली महाविद्या काली की पूजा-अर्चना हुई

  

मुकेश गुप्ता

मुरादनगरःश्री सिद्धेश्वर महादेव कुटी पाइप लाईन मकरेडा में आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की गई। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज के पावन सानिध्य में मंदिर में पूरे नवरात्र चलने वाला विशेष अनुष्ठान भी शुरू हो गया। महाराजश्री ने कहा कि गुप्त नवरात्रि मोक्ष की कामना के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। गुप्त नवरात्रि देवी के भक्तों के लिए बहुत खास है। इस दौरान मां दुर्गा के सप्तशती का पाठ करने से भक्तों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।  

मंदिर के महंत मुकेशानंद गिरी महाराज वै़द्य ने कहा कि गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं काली, तारा, छिन्नमस्ता, षोडशी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर, भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी व कमला की पूजा की जाती  है। तंत्र साधना के लिए भी इसका बहुत महत्व माना जाता है। 10 महाविद्याओं की साधना करने से मां प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा से हर मनोकामना पूर्ण होती है। मंदिर में पहले दिन कलश स्थापना के बाद मां की पहली महाविद्या काली की पूजा-अर्चना हुई। पूजा अर्चना पंडित आशीष शर्मा व पंडित अमित शर्मा ने कराई। बडी संख्या में भक्तों ने दुर्गा सप्तशती का पाठ किया व हवन में आहुति दी। पहले दिन के यजमान प्रणव गुप्ता मुरादनगर, सुशीला चौधरी जोगेंद्र चौधरी समेत सभी भक्तों ने महंत मुकेशानंद गिरि महाराज से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया।

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