रविवार, 23 जून 2024

लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के अध्यक्ष राम दुलार यादव कहा श नेतृत्व में मनाया गया कबीर साहेब का प्रकटोत्सव


मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

 गाजियाबाद। शनिवार को ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरूप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा मानवतावादी संत, समाज सुधारक, पाखंड, अंधविश्वास विरोधी संत शिरोमणि कबीर साहेब के प्रकटोत्सव का आयोजन किया गया, समारोह में लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक / अध्यक्ष राम दुलार यादव मुख्य वक्ता के रूप में शामिल रहे, समारोह की अध्यक्षता ड़ा0 देवकर्ण चौहान ने किया, मुख्य अतिथि प्रो0 पी0 के0 सिंह रहे, समारोह में सभी शामिल श्रद्धालुओं, विद्वानों ने संत कबीर साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे स्मरण करते हुए उनके द्वारा बताए ज्ञानमार्ग पर चलने का संकल्प लिया, कार्यक्रम का संचालन श्रमिक नेता अनिल मिश्र ने, आयोजन सरदार अवतार सिंह ने किया, बच्चों में खाद्य सामाग्री भी वितरित की गयी।

 समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि संत कबीर समाज सुधारक के साथ-साथ अंधविश्वास, रूढ़िवाद, परंपरावाद, पाखंड के घोर विरोधी रहे, उन्होने अंधकार में डूबे समाज को जैसे सूर्य संसार को आलोकित करता है, ज्ञान के प्रकाश से प्रकाशित किया, जन-जन में अहंकार और अज्ञानता को दूर करने का प्रयास किया, उनका मानना था कि निर्मल मन से ही सर्वशक्तिमान सत्ता का सानिध्य प्राप्त हो सकता है, दर-दर भटकने की जरूरत नहीं, मानवतावादी संत कबीर ने पीड़ित, प्रताड़ित, शोषित जनता के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार प्रयत्न किया, लेकिन जिस पाखंड, अंधविश्वास के विरुद्ध कबीर साहेब ने 600 साल पहले पाखंडियों, पंडों को ललकारा, आज देश, समाज में पाखंड, अंधविश्वास, रूढ़िवाद जड़े जमा रहा है, जरूरत है समूलनाश की, हमे संकल्प के साथ स्वर्ग-नर्क की कपोल कल्पित मान्यता से लोगों को निकाल, जागरूक कर सही दिशा में सत्य के रास्ते पर चलने का मार्ग प्रशस्त करना है, सद्भाव, भाईचारा, प्रेम का वातावरण बनाना है।

        समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि संत शिरोमणि कबीर साहेब  ने सामाजिक असमानता और शोषण के विरुद्ध जन-जन को उद्वेलित किया, मूर्तिपूजा को जोरदार खंडन किया, उन्होने कहा कि तीर्थ स्थलों और घाटों पर जाकर स्नान कर हम पाप से मुक्त होना चाहते है, तो हम गलत काम करते क्यों है, हमे सन्मार्ग पर चलकर जनता के दुख-दर्द को दूर करने का प्रयास करना चाहिए, तभी हम कबीर साहेब के विचार के ध्वजवाहक हो सकते है, झूठ, ईर्ष्या, द्वेष, अहंकार से हमे मुक्त होना चाहिए, तभी हम व्यक्ति, समाज के प्रति न्याय कर पाएंगे।

        कार्यक्रम को पी0 के0 सिंह, अर्जुन सिंह यादव, कैलाश चंद, कालीचरण चौधरी, एस0पी0 छिब्बर, एस0एस0 प्रसाद, स0 जगतार सिंह भट्टी, सरदार अवतार सिंह काले, महेंद्र पाल ने भी संबोधित किया, हुकुम सिंह, राजेन्द्र सिंह, कृष्णा यादव ने भजन और साखी कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी को आत्म-विभोर कर दिया।

        कार्यक्रम में सैकड़ों साथियों ने संत कबीर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे स्मरण करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया, प्रमुख रहे, कृष्णानन्द यादव, धर्मेन्द्र यादव, एस0एन0 जायसवाल, वीर सिंह सैन, ओम प्रकाश अरोड़ा, विजय भाटी एडवोकेट, राम यादव, राम प्रवेश, विश्वनाथ यादव, परमानन्द, सम्राट सिंह, ब्रह्म प्रकाश, देवमन यादव, राजपाल यादव, देवनाथ भारती, हरेन्द्र यादव, प्रदीप तिवारी, नवीन कुमार, विकास, सुभाष, अमर बहादुर, हरिकृष्ण, खुमान, प्रेम चंद पटेल, राजीव गर्ग, सुरेश कुमार, अंकुर यादव आदि।


                                                                                                                             


                                                                                                                        

                                                                                                                         

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