1. वार्ड में 90% सीवरों में गाद भरी हुई है।
2. सीवर की व्यवस्था से जुड़े कर्मचारी/अधिकारी फोन नही उठाते है।
3. सीवरों को खोलने के लिए 10-10 दिन तक मशीन उपलब्ध नही करायी जाती
4. सीवर के ढक्कन/फ्रेम कम्पनी ने लगाने बंद कर दिए हैं।
5. डेमेज लाइन जोड़ी नही जा रही है।
6. सीवरेज व्यवस्था के लिए कम्पनी द्वारा अपने कर्मचारी नियुक्त नही है निगम के कर्मचारी ही आपसी सहमति से कार्य कर रहे हैं।
गाजियाबाद। वार्ड 88 के पार्षद नीरज गोयल ने आज सम्भव दिवस में सीवर मेंटिनेंस कम्पनी की अनियमिताओं को लेकर एक पत्र नगरायुक्त को सौपा जिस में नीरज गोयल ने 6 पाइंट में सीवर मेंटिनेंस कम्पनी की अनियमिताएं बताई। उन्होंने बताया कि सीवर कम्पनी द्वारा नियुक्त कर्मचारी व अधिकारी पार्षद का ना तो फोन उठाते हैं और ना ही व्हाट्सएप पर कोई जबाब या फीडबैक देते है। मानसून उल्टी गिनती गिन रहा है वही वार्ड के सीवरों में गाद (गंदगी) जमी हुई है बार-बार शिकायतों के बाद भी अदेखा किया जा रहा है। यदि समय रहते सीवरों से गाद नही निकाली गयी तो शहर में जलभराव व बीमारियां फ़ैल सकती है। जब कर्मचारियों को सीवर लाइन खोलने के लिए कहा जाए तो मशीनों के आभाव या कमी को बताकर समस्या को लटका दिया जाता है वही बाजारों में टूटे फ्रेम ढक्कन और डेमेज सीवर लाइनों को ठीक करने के नाम पर ठेकेदार बदल गया है कहकर शांत कर दिया जाता है।
पार्षद ने बताया कि यदि सम्बंधित अधिकारी फोन नही उठाएंगे तो वह वार्ड में सीवर की समस्या के समाधान के लिए वरिष्ठ अधिकारियों का नम्बर देना प्रारम्भ कर देंगे।
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