गाजियाबाद। लाल कुआ क्षेत्र में चल रही त्रिदिवसीय श्री हरि कथा के दूसरे दिवस पर अनेक भक्तों ने प्रभु भक्ति के संदेश को प्राप्त किया। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित इस कथा में 30 अप्रैल, 2024: मंगलवार को दिव्य गुरु आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी दिवाकरा भारती , साध्वी ज्योति भारती एवं साध्वी शालिनी भारती ने भावपूर्ण एवं सुमधुर भजन संकीर्तन के द्वारा ईश्वर भक्ति के लिए सबको प्रेरित किया। साध्वी ज्योति भारती ने समाज में प्रचलित अनेक भक्ति के तरीकों से लोगों में होने वाले भ्रम को दूर करने का सुझाव बताया। भक्ति को करने के लिए अनेक नहीं, अपितु एक ही मार्ग है जो कि एक पूर्ण गुरु की शरण में आकर ही प्राप्त हो सकता है। आज बहुत से लोग भक्ति करते हैं पर उनके जीवन में सुख नहीं है, जबकि भक्ति से तो जीवन के सारे दुख दूर होते हैं, इसलिए कथा में भक्ति का सही रास्ता अपनाने पर जोर दिया गया। लोग अपने जीवन में संसार के सभी कार्यों के लिए समय निकाल लेते हैं, लेकिन ईश्वर दर्शन हेतु उस तत्वज्ञान को खोजने और वास्तविक भक्ति को प्राप्त करने के लिए कुछ विरला ही प्रयास करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि संतों के द्वारा दिए गए विचारों से एक व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलता है। इतने अनमोल मानुष तन को पाकर भी अगर जीवन में भक्ति को नहीं अपनाया तो मनुष्य जीवन को सफल नहीं बनाया जा सकता। इसलिए आवश्यकता है पूर्ण गुरु के सानिध्य में आकर ईश्वर साक्षात्कार कर भक्ति को जीवन में लाने की।
अनेकानेक भक्त श्रद्धालु इन विचारों को सुनकर लाभान्वित हुए। अंत में प्रभु की पावन आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम को विराम दिया गया। ईश्वर को पाने के इच्छुक एवं जिज्ञासु भक्तों ने इस हरि कथा से अपनी संतुष्टि व्यक्त की। 01 मई, 2024 को इस कथा का अंतिम दिवस है।
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