गाजियाबाद। भाजपा, सपा काग्रेंस गठबंधन के बाद बसपा ने पंजाबी समाज पर दाव खैला हैं। बहुजन समाज पार्टी के पश्चिम उत्तर प्रदेश एवम् उत्तराखंड के प्रभारी शमसुद्दीन राईन ने बसपा सुप्रीमो मायावती पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के आदेश अनुसार अंशय कालरा उर्फ रोकी कालरा को लोकसभा प्रत्याशी बसपा गाजियाबाद घोषित किया है।
उन्होंने राजनगर स्थित बहुजन समाज पार्टी के क्षेत्रीय कार्यालय पर एक प्रेस वार्ता के दौरान इस बारे में जानकारी दी और पत्रकारों से अपने विचार साझा किए। अंशय कालरा ने बताया कि राजनीति में पहली बार आए हैं हालांकि उनके पिता बहुजन समाज पार्टी के नेता हुआ करते थे।अंशय कालरा को पूरा भरोसा है। कि जिस तरह से गाजियाबाद के राजनीतिक समीकरण फिलहाल नजर आ रहे हैं। वह निश्चित तौर पर जीत हासिल करेंगे।
अंशय कालरा उर्फ़ रौकी बने बीएसपी प्रत्याशी
30 वर्षीय अंशय कालरा ने अपना परिचय देते हुए बताया कि वह फिलहाल क्षेत्र में अपने परिवार के साथ गाजियाबाद के कोशाम्बी के पास दिल्ली बॉर्डर पर रहते हैं और पेशे से वह ठेकेदार हैं। उनकी दो बड़ी बहन भी हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने दिल्ली से दसवीं कक्षा उत्तीर्ण की है। घर की कुछ परिस्थिति के कारण आगे की शिक्षा वह ग्रहण नहीं कर पाए।उनके पिता स्व.श्री हरीश कालरा बीएसपी के नेता थे। उन्हें बसपा सुप्रीमो ने गाजियाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया है उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया गया है वह अपनी कसौटी पर खड़े उतरेंगे और उन्हें यहां की जनता का भरपूर समर्थन मिलेगा जिसके कारण वह निश्चित तौर पर विजयी होंगे और इस बार चौंकाने वाले आएंगे परिणाम।अंशय कालरा का कहना है कि उन्हें लोगों का भारी समर्थन मिल रहा है और यदि मैं सांसद बनता हूं तो गाजियाबाद के सूरते हाल को बदलकर रख दूंगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कुमारी मायावती ने उन पर विश्वास जताते हुए लोक सभा प्रत्याशी बनाया है।अंशय कालरा का कहना है कि अभी तक जितने भी नेताओं को गाजियाबाद की जनता ने चुना है उन्होंने जनता की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और वह जनता की हर उम्मीद पर खरे उतरेंगे। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भले ही गाजियाबाद को अपना गढ़ मानकर चल रही है।लेकिन इस बार चुनाव में जो परिणाम आएंगे वह बेहद चौंकाने वाले आएंगे।
भले ही अंशय कालरा उर्फ़ रौकी बीएसपी के लोकसभा प्रत्याशी बनने के बाद खासे उत्साहित नजर आ रहे हो, लेकिन फिलहाल गाजियाबाद में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और कांग्रेस की उम्मीदवार डॉली शर्मा को शिकस्त देना बेहद मुश्किल होगा। इसके दो कारण माने जा रहे हैं जिसमें पहले यह है कि वह राजनीति में पहली बार आए हैं।जबकि कांग्रेस और सपा गठबंधन की उम्मीदवार डोली शर्मा और भाजपा उम्मीदवार अतुल गर्ग दिग्गज नेताओं में से हैं।
इस अवसर पर राजकुमार गौतम प्रभारी मेरठ, बरेली मंडल, सतपाल पेपला प्रभारी मेरठ मंडल, जाफर मलिक प्रभारी मुरादाबाद मंडल, कुलदीप ओके प्रभारी मेरठ मंडल,मेघानंद जाटव प्रभारी मेरठ मंडल, रवि जाटव प्रभारी मेरठ मंडल, नरेन्द्र मोहित एडवोकेट प्रभारी मेरठ मंडल, बालक राम जाटव प्रभारी मेरठ मंडल, दयाराम सेन जिलाध्यक्ष ओमवीर गौतम जिला प्रभारी, पांचों विधानसभा के विधानसभा अध्यक्ष एवम् विधानसभा प्रभारी उपस्थित रहे
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