गाजियाबाद। लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा महामना पंडित मदन मोहन मालवीय नि: शुल्क पुस्तकालय, वाचनालय 5/65 वैशाली के प्रांगण में यूपीएसी सिविल सर्विस और अन्य सरकारी सेवा की तैयारी में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं में संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव शिक्षाविद ने स्वामी विवेकानंद द्वारा लिखित ज्ञानयोग, भक्तियोग, कर्मयोग, प्रेमयोग, राजयोग, 35 लैंडमार्क सुप्रीम कोर्ट जजमेंट, भारत की राज्य व्यवस्था, सिविल सेवा एवं राज्य सेवा परीक्षाओं के लिए हिन्दी और अँग्रेजी में मनोविज्ञान और कई पुस्तकें राजनीतिक विचारकों की भेंट कर छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर शिक्षाविद राम दुलार यादव ने पुस्तकालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि कड़ी मेहनत, दूर दृष्टि, पक्का इरादा और अनुशासन ही सफलता का सूत्र है, मन में तनाव और निराशा का समूल नाश कर ही लक्ष्य प्राप्त आप सभी कर सकते है, स्वामी विवेकानंद द्वारा उद्धृत वाक्य “उठो, जागो और तब तक न रुको, जब तक मंजिल न मिल जाय” ड़ा0 अब्दुल कलाम ने कहा है कि “सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो सूरज की तरह जलना सीखो”, माना कि आज प्रतिस्पर्धा है, बढ़ती बेरोजगारी, बेकारी बच्चों में कुंठा पैदा कर रही है, सरकार का 2 करोड़ प्रतिवर्ष रोजगार देने का वादा जुमला बन कर रह गया है, झूठ बोलकर लोगों को भरमाया जा रहा है, सब्जबाग दिखाया जा रहा है, शिक्षा और चिकित्सा की हालत बदतर हो गयी है, लेकिन रास्ता आप सभी को इसी में से निकालना है, आत्मनिर्भरता के लिए संघर्ष करना है। लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट किसी भी विषय की पुस्तक की आपकी की मांग को पूरा करने के लिए प्रतिवद्ध है, नैतिक आचरण, ईमानदारी से आप सभी अध्ययनरत रहे, एक दूसरे की किसी भी समस्या का समाधान आपस में विचार-विमर्श कर दूर करें, एक दूसरे का अध्ययन में सहयोगी बने, आप की सफलता ही मेरा मनोबल बढ़ाएग। पुस्तकालय में चक्रधारी दूबे, नेहा, सोनम, प्रतिभा, सान्या, शानू, प्रभा, रिहान, खुमान, रिचा, अध्ययनरत रहे, हरिकृष्ण, अमर बहादुर अल्पाहार वितरित किया।
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