रविवार, 11 फ़रवरी 2024

प्राचीन हनुमान मंदिर चौपला के 100 वर्ष पूरे होने पर मंदिर में 14 फरवरी से हनुमान जयंती 23 अप्रैल तक होंगे धार्मिक आयोजन---श्रीमहंत नारायण गिरि

                     

मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

गाजियाबादःअग्रसेन बाजार,चौपला स्थित शहर के सबसे प्राचीन हनुमान मंदिर को 100 वर्ष हो गए हैं। इसी के चलते यह वर्ष शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जाएगा और वर्ष भर धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। यह जानकारी मंदिर श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष व प्राचीन हनुमान मंदिर के संरक्षक श्रीमहंत नारायण गिरि ने दी। उन्होंने बताया कि धार्मिक कार्यक्रमों की शुरूआत 14 फरवरी को बसंत पंचमी पर्व से शुरू हो जाएगी। इस दिन पूजा-अर्चना के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा और प्रसाद वितरित किया जाएगा। जिसमें केंद्रीय मंत्री व सांसद जनरल डॉ वी के सिंह, गाजियाबाद  महापौर श्रीमती सुनीता दयाल, राज्यसभा सांसद डा.अनिल अग्रवाल ,विधायक व पूर्व मंत्री अतुल गर्ग, विधायक सुनील शर्मा , विधानपरिषद सदस्य दिनेश गोयल,विधायक नंदकिशोर गुर्जर , विधायक अजीतपाल त्यागी को भी आमंत्रित किया गया है। 14 फरवरी को बसंती पंचमी पर भंडारे के बाद हनुमान जयंती 23 अप्रैल तक हनुमान चालीसा, सुंदर कांड, बजरंग बाण, अखंड रामायण पाठ, श्रीराम स्त्रोत मंत्र पाठ आदि का आयोजन होगा। श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि अग्रसेन बाजार, चौपला स्थित हनुमान मंदिर ना सिर्फ शहर का सबसे प्राचीन मंदिर है, बल्कि यह ऐसा सिद्धपीठ है, जहां आकर सच्चे मन से पूजा करने से हनुमान जी सभी के कष्टों-बाधाओं को हर लेते हैं और उनकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण कर देते हैं। श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि प्राचीन हनुमान मंदिर का निर्माण 1924 में लाला रघुवीर सरन काबुली वाले ने अपने पिता स्वर्गीय लाला रामजीदास काबुली वालों की स्मृति में नगर पालिका सदस्य बाबू शंकर लाल के मार्गदर्शन में कराया था। तब से ही यह मंदिर धार्मिक व आध्यात्म का विशेष केंद्र बना हुआ है। मंदिर में रोजाना बडी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और हनुमान जी की कृपा से अपने सभी कष्टों से छुटकारा पाते हैं। हनुमान जयंती पर तो मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और रामभक्त हनुमान के दर्शन कर अपने जीवन को धन्य बनाते हैं। मंदिर की मान्यता बहुत अधिक है। जो भी भक्त यहां आकर सच्चे मन से हनुमान जी का स्मरण कर लेता है, उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। यही कारण है कि मंदिर में रोजाना ही भक्तों का मेला लगा रहता है। मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति दक्षिणमुखी होने से यह श्री दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर चौपला के नाम से भी प्रसिद्ध है। मंदिर में एक कुंआ भी है, जिसका पानी आज तक इस्तेमाल किया जा रहा है। 

दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि प्राचीन हनुमान मंदिर के 100 वर्ष पूरे हाने वाले सभी कार्यक्रम श्रीमहंत नारायण गिरि की अध्यक्षता में होंगे। एस आर सुथार ने बताया कि प्राचीन  हनुमान मंदिर की प्रसिद्धि आज पूरे देश में है और इसका श्रेय श्रीमहंत नारायण गिरि को हैं, जिनके मार्गदर्शन में यह मंदिर आज देश का प्रमुख धार्मिक व आध्यात्मिक केंद्र है। मंदिर का जीर्णोद्वार भी महाराजश्री के मार्गदर्शन में समस्त काबुली वाले परिवार द्वारा कराया गया है। मंदिर में आते ही भक्त को ऐसी अनुभूति होती है, मानो वह भगवान से साक्षात्कार कर रहा है।                                   ।                            









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