बुधवार, 31 जनवरी 2024

सपा महानगर अध्यक्ष ने बलिदान दिवस के रुप में मनाई महात्मा गांधी की जंयती


मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

 गाजियाबाद/साहिबाबाद। समाजवादी पार्टी द्वारा ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरूप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद शिविर कार्यालय के प्रांगण में मंगलवार को राष्ट्र पिता महात्मा गांधी का “बलिदान दिवस” आयोजित किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष, शिक्षाविद राम दुलार यादव ने किया, सभी कार्यक्रम में शामिल साथियों ने गांधी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे स्मरण किया तथा गांधी जी के विचार सत्य, अहिंसा, भाईचारा, सांप्रदायिक सद्भाव, सादगी और नैतिकता के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

   कार्यक्रम में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए महानगर अध्यक्ष सपा वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि महात्मा गांधी ने हमेशा सांप्रदायिक, सामंती ताकतों को हतोत्साहित किया, सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह और त्याग से ताकतवर ब्रिटिश साम्राज्य से भारत देश को मुक्त करा, संसाधनों की लूट को बंद करवा, अंतिम व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आये, इस लक्ष्य को देश के नेतृत्व के सामने रखा, वह सभी धर्मों का आदर करते हुए सांप्रदायिकता से अंतिम सांस तक लड़ते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया, आज वही हिंसात्मक ताक़तें देश में नफरत, असहिष्णुता, भय, भ्रम, अंधकार, अहंकार, अन्याय, अत्याचार का वातावरण बना डरा रही हैं, वह समझ नहीं पा रही हैं कि देश और समाज की उन्नति का रास्ता शांति, सद्भाव है, लेकिन सत्ता प्राप्त करने के लिए सारे मापदंड तोड़े जा रहे है, लोकतन्त्र और संविधान तथा संवैधानिक संस्थाओं को खतरा पैदा किया जा रहा है, गांधी जी के विचार को दफन करने की साजिश, घोर पूंजीवादी व्यवस्था को आगे बढ़ा रही है, गरीब, गरीब और आर्थिक असमानता चरम पर है, वर्तमान की नहीं भूतकाल और 2047 में भारत की क्या स्थिति होगी उसकी बातें की जा रही हैं| शिक्षा, चिकित्सा की हालत चिंता जनक है, 81 करोड़ को अनाज देकर उन्हे भरमाया, बहकाया जा रहा है, बेरोजगारी, मंहगाई बढ़ती जा रही है, धार्मिक पाखंड फैला झूठ और लूट का वातावरण बना मानसिक गुलाम बनाया जा रहा है, इसके दूरगामी परिणाम भयावह होंगे, हम राष्ट्र पिता के विचारों को आगे बढ़ा बेकारी से बच सकते है, हजारों साल की मानसिक गुलामी, पाखंड से बच देश के विकास में सहयोगी बन सकते है। कार्यक्रम में शामिल रहे, राम दुलार यादव, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, शिव शंकर शर्मा, चिंतामणि यादव, हाजी मोहम्मद सलाम, चंद्रबली मौर्य, सुरेन्द्र यादव, अखिलेश कुमार शुक्ल, अमर बहादुर, रिजवान खान, राजीव गर्ग, प्रेमचंद पटेल, सुरेश कुमार भारद्वाज, शिवम पाण्डेय, शीतल, रेशमा, उपेन्द्र यादव, भक्ति यादव, नवीन कुमार, राजेंद्र यादव, हरिकृष्ण, खुमान आदि।


                                                                                                      

  

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