प्री-वेडिंग शूट से उत्पन्न विकृतियों पर हुआ व्यापक मंथन
ब्राहमण, त्यागी, वैश्य, जाट, पंजाबी, सिक्ख समाज प्रमुखों सहित महिलाओ ने भी लिया परिचर्चा मे हिस्सा
गाजियाबाद। परमार्थ सेवा ट्रस्ट ने वोल्गा वैंकेट हॉल मे रविवार को कराई राउड टेबिल वैसे वर्तमान विवाह शादी का स्वरूप ही बदल दिया गया है। पहले शादी मे रिश्तेदार हफ्तो पहले शादी, वाले रिश्तेदार घर मे पहुंच जाते थे। शादी के दौरान रिवाज व टहलो मे खूब नौक-झौक व हंसी-मजाक होती थी। पूरे घर मे गजब का उत्साह, रौनक व धमाचौकड़ी होती थी। लेकिन अब तो शादी का उत्सव कुछ चुन्निदा घर परिवार के लोगो के बीच रह गया है।
क्या है प्री-वेडिंग
इन्ही दिनों शादी से पहले भी एक शादी होने लगी है जिसे अंग्रेजी मे ह्यप्री-वेडिंगह्य कहा जाता है। इसमे होने वाले दुल्हा व दुल्हन को किसी निर्जन व रोमांटिक स्थान पर लेजाकर उन्हें फोटोग्राफर के हवाले, फोटो शूट करने हेतु कर दिया जाता है। जहां वो फोटोग्राफर अपनी मर्जी से अथवा उन पर दबाव डालकर, शादी से पूर्व ही उन दोनो को अति निकटता दर्शाते हुए वीडियो व फोटो शूट करते है ये सभी वीडियों और फोटो, शादी वाली रात को विवाह मे आमंत्रित अतिथियो को वैंकेट हॉल के प्रमुख स्थानो पर प्रदर्शित किया जाता है। इसको कहते है प्री-वेडिंग शूट समाज के शुभ चिंतको का ध्यान, जब इस बढती हुई गंभीर कुरीति पर गया तो परमार्थ सेवा ट्रस्ट के चैयरमेन वी. के. अग्रवाल द्वारा मीडीया प्रभारी व वरिष्ठ समाजसेवक डॉ. बी.के. शर्मा (हनुमान) के साथ समाज में एक जनचर्चा की आश्यकता महसूस हुई।
ह्यप्री-वेडिंग रीती है या कुरीतिह्य विषय पर मालीवाडा के नवनिर्मित भव्य हॉल मे रविवार को एक परिचर्चा हुई जिसमें ब्राहमण, वैश्य, पंजाबी, जाट, सिक्ख व त्यागी समाज के प्रमुख पदाधिकारियों ने प्रमुखता से ना केवल प्रतिभागिता की बल्कि सभी प्रमुखों ने खुलकर अपने विचार रखें।
परिचर्चा मे पूर्व पार्षद राजेन्द्र त्यागी, सरदार एस पी सिंह, सरदार इन्द्रजीत (टीटू), कर्नल टी. पी. एस. त्यागी , वैश्य नेता प्रेमचन्द्र गुप्ता, अरूण भुल्लन, ब्राहमण समाज अध्यक्ष बी डी शर्मा, रवि अरोडा, सागर शर्मा, विजय कौशिक, सुनील त्यागी, छोटे लाल कनौजिया, वन्दना चौधरी (गीतांजली), महंत जीवन जी महाराज, डॉ. नीरज गर्ग, सीएमओ सर्वोदय, लोकेश सिंघल समाजसेवी, सुनील शर्मा (यूपीएसआईडीसी), आर एस कौशिक(बैंक आॅफ बडौदा), श्याम सुन्दर गुप्ता, मधुर गुप्ता, गौरव शर्मा, प्रशांत सेरेया (राजस्थान समाज), स्नेहलता सिंघल, हेमंत कंसल, अरविंद गुप्ता, महेश आहूजा (शिवसेना), अनिल सावरियां, तरूण चिटकारा, मुकेश गुप्ता (विजयनगर), ओम प्रकाश गुप्ता (आढती), चंदन सिंघवानी मौजूद थे तथा संचालन डॉ.बी के शर्मा (हनुमान) नपे तुले शब्दों मे किया।
पूर्व पार्षद राजेन्द्र त्यागी ने अपने खुले विचारो से प्री-वेडिंग का विरोध करते हुए, ऐसी शादियो का बहिष्कार करने का प्रस्ताव रखा। जिसमे प्री-वेडिंग को अपनाया गया है, वही महेश आहूजा ने प्रस्ताव रखा कि शादी तय करते समय दूसरे को स्पष्ट बता दिया जाये कि हम प्री-वेडिंग के पक्ष मे नही यदि आप को कोई आपत्ति ना हो तो शादी की बात आगे करेंगे। अनिल सांवरिया ने प्री-वेडिंग के विषय मे अपने विचार रखते हुए कहा कि इसमे प्री-वेडिंग मे कोई बुराई नही बाकी सभी वक्ताओं ने एक स्वर से प्र्री-वेडिंग को कुरीति ही बताया। सभी प्रमुख के विचार सुनने के बाद, सदन के निर्णय को पूर्व पार्षद राजेन्द्र त्यागी ने सुनाया कि प्री-वेडिंग शूट समाज के लिए एक कुरीति है हम सब को जागरूकता के माध्यम से इसको मिलकर रोकना होगा। सभी वर्ग व समाज से आये प्रमुख व्यक्ति अपने अपने समाजो मे जाकर इस कुरीति का विरोध करें।
सदन मे मौजूद सभी गणमान्य व्यक्तियों ने हाथ उठाकर अपनी सहमति व्यक्त की।परिचर्चा के संयोजक वी के अग्रवाल ने सभी वर्गो से पधारें गण्मान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। सामाजिक कार्य हेतु अपना नवनिर्मित भवन व सुसज्जित हॉल नि:शुल्क उपलब्ध कराने हेतु वोल्गा वेंकेट प्रबंधक तथा सहयोग हेतु देवेन्द्र हितकारी को धन्यवाद दिया।
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