गाजियाबादःश्री वीर दिगंबर जैन मंदिर संजय नगर में दस लक्षण पर्व के दौरान चंद्रप्रभ महिला मंडल संजय नगर द्वारा मैना सुंदरी एवम श्रीपाल कहानी का नाट्य मंचन किया। नाटक को देखकर सभी दर्शक भाव विभोर हो गए। नाटक में दिखाया गया उज्जयनी के राजा पुहुपाल की अनेक रानियाँ थी। उनमें से पद्मरानी से सुरसुन्दरी एवं मैनासुन्दरी नाम की दो पुत्रियाँ पैदा हुईं। पिता के पूछने पर सुरसुन्दरी ने अपनी स्वेच्छानुसार हरिवाहन से विवाह स्वीकार कर लियाए वहीं मैना सुन्दरी ने कहा कि कुलीन एवं शीलवती कन्यायें अपने मुख से किसी अभीष्ट वर की याचना कदापि नहीं करती है।
हर किसी को उसके कर्मों और भाग्य के अनुसार ही मिलता है। मेरे भाग्य में जो होगाए वो मुझे अवश्य मिलेगा। मैनासुन्दरी की बातों को सुनकर राजा पुहुपाल ने क्रोध में आकर कोढ़ी राजा श्रीपाल से उसका विवाह कर दिया। राजा श्रीपाल के कुष्ठ रोग को दूर करने के लिये मैनासुन्दरी ने गुरु के आशीर्वाद एवं विधि के अनुसार सिद्धचक्र महामण्डल विधान का आयोजन कियाए जिसके प्रभाव से श्रीपाल के साथ 700 वीरों का भी कुष्ठरोग ठीक हो गया। नाटक का निर्देशन करने के साथ प्रगति जैन ने राजा के रोल में सभी को प्रभावित किया। मैना सुंदरी के रोल में रचना जैनए श्रीपाल के रोल में अर्शी जैनए सखा श्रीपाल के रोल में राखी जैन, महामंत्री के रोल में पूनम जैन, रानी के रोल में इंदु जैन, गुरूजी के रोल में सोनिया जैन व पंडित के रूप में क्षितिज जैन के अभिनय को सभी ने सराहा। नृत्य नाटिका की एडिटर श्रद्धा जैन व फोटोग्राफर आशु जैन रहे। मंदिर समिति के मंत्री हरीश जैन, उपाध्यक्ष सुनील जैन, सुमित जैन, नीरज जैन, अरुण जैन, चिराग जैन, विकास जैन, संजीव जैन, दमन जैन, कोषाध्यक्ष प्रद्युम्न जैन, ललित अग्रवाल, दिगंबर कुमार जैन आदि भी मौजूद रहे।
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