शनिवार, 12 अगस्त 2023

नेहरु वर्ल्ड स्कूल प्रागंण में दबाया गया टाइम कैप्सूल

             

 

               मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

गाजियाबाद। नेहरु वर्ल्ड स्कूल गाजियाबाद के प्रांगण में टाइम कैप्सूल को दबाया गया। इस टाइम कैप्सूल में शैक्षिक सत्र 2022-2023 की बहुत सारी चीजों व सूचनाओं को एकत्र करके रखा गया है, जिन्हें अगस्त 2037 को 14 वर्षों की एक निश्चित अवधि के बाद निकाला जाएगा।इस टाइम कैप्सूल में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों के द्वारा किया कला से सम्बन्धित कार्य, स्कूल की वर्तमान स्टेशनरी, स्कूल के विभिन्न कार्यक्रमों के फोटोग्राफ, विद्यार्थियों के विवरण, स्कूल डायरी, छात्रों व अध्यापकों द्वारा पर्चियों पर लिखे संदेश व फोन नंबर डाले गए। इसके साथ-साथ पुराना मोबाइल, मास्क, सभी कक्षाओं के फोटो, जिसमें आज के कार्यक्रम के फाटोग्राफ, स्कूल की विभिन्न गतिविधियों की वीडियों, वर्तमान मुद्रा, सिक्के, डाक टिकट, विद्यार्थियों की हाउस टी-शर्ट, कार्ड, खिलौने, पहचान पत्र, बैच, बर्तन, परीक्षा प्रश्न-पत्र, पावरबैंक, पिगीबैंक, फाटोफ्रेम, वर्तमान सत्र के बोर्ड परीक्षाफल तथा सारे दैनिक समाचार पत्रों की प्रतियां, 2022-23 के वार्षिक व मासिक पाठ्यक्रम योजना, परीक्षा की तिथियां व दैनिक प्रयोग की बहुत सारी वस्तुएं उस डिब्बे में दबाई गई

इस अवसर पर स्कूल के निदेशक प्रशासनिक निदेशक के0पी0 सिंह, हैड़ टीचर सुश्री सुसन होम्स, सभी समन्वयक व प्रशासनिक अधिकारी, विद्यार्थी परिषद व कर्मचारी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर स्कूल की हैड़ टीचर सुश्री सुसनहोम्स ने कहा, टाइम कैप्सूल में रखे गए सभी सामान 14 वर्षों बाद 2037 में हमें हमारे आज की याद दिला देंगे।। साथ ही 2037 की दुनिया में आज से कितना बदलाव आया है, किसी क्षेत्र में कितनी प्रगति हुई है, इसका परिचय भी देंगे और हम अपनी आज की यादों को जिन्दा रख पाएॅगे। स्कूल के निदेशक डॉ अरुणाभ सिंह ने कहा कि जब 2037 में इस टाइम कैप्सूल को खोला जाएगा तब 2022-23 के अकादमी सत्र से प्रत्यक्ष रूप में मिल सकेंगे। आज स्कूल का एक सम्पूर्ण अध्याय इस गर्त में रखा है, जो स्कूल का वर्तमान भी है और भविष्य भी। आगे आने वाली पीढ़ी को निश्चय ही कुछ रोचक तथ्य अवश्य जानने को मिलेंगे। प्रशासनिक निदेशक के0पी0 सिंह के अनुसार, यह आयोजन वर्तमान व भविष्य के अंतर को पहचानने का एक अच्छा प्रयास है। नेहरु वर्ल्ड स्कूल पिछले सात वर्षों से इस कार्यक्रम को कर रहा है। इस टाइम कैप्सूल को 14 वर्षों के बाद निकाला जाएगा ताकि 14 वर्षों के अतीत व वर्तमान के अन्तर को देख सकें कि 14 वर्षों में समाज के विकास की गति कैसी रही, इसका परिचय भी इस आयोजन से मिलेगा।

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