रविवार, 23 जुलाई 2023

पंचामृत से स्नान कराकर चंद्रशेखर आजाद का मनाया जन्मदिन

 

मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

 गाजियाबाद नवयुग मार्केट शहीद पथ विश्व ब्रह्मर्षि ब्राह्मण महासभा के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मर्षि विभूति बीके शर्मा हनुमान ने  चंद्रशेखर आजाद  के जन्मदिन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा नामक स्थान पर हुआ था, वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी थे । आजाद का जन्मस्थान भाबरा 'आजादनगर' के रूप में जाना जाता है। उनके पिता का नाम पंडित सीताराम तिवारी एवं माता का नाम जगदानी देवी था। उनके पिता ईमानदार, स्वाभिमानी, साहसी और वचन के पक्के थे। यही गुण चंद्रशेखर को अपने पिता से विरासत में मिले थे। विश्व ब्रह्मर्षि ब्राह्मण महासभा के सभी पदाधिकारियों ने चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराकर चंद्रशेखर आजाद का जन्मदिन मनाया चंद्रशेखर आजाद 14 वर्ष की आयु में बनारस गए और वहां एक संस्कृत पाठशाला में पढ़ाई की। वहां उन्होंने कानून भंग आंदोलन में योगदान दिया था। 1920-21 के वर्षों में वे गांधीजी केअसहयोग आंदोलन से जुड़े। वे गिरफ्तार हुए और जज के समक्ष प्रस्तुत किए गए। जहां उन्होंने अपना नाम 'आजाद', पिता का नाम 'स्वतंत्रता' और 'जेल' को उनका निवास बताया। उन्हें 15 कोड़ों की सजा दी गई। हर कोड़े के वार के साथ उन्होंने, 'वंदे मातरम्' का स्वर बुलंद किया। ऐसे वीर क्रांतिकारी चंद्रशेखर का नाम मन में आते ही अपनी मूंछों को ताव देता वह नौजवान आंखों के सामने जाता है जिसे पूरी दुनिया 'आजाद' के नाम से जानती है।चंद्रशेखर आजाद ने संकल्प किया था कि वे न कभी पकड़े जाएंगे और न ब्रिटिश सरकार उन्हें फांसी दे सकेगी। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए उन्होंने 27 फरवरी, 1931 को इसी पार्क में स्वयं को गोली मारकर मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दे दी। इस तरह चंद्रशेखर आजाद के रूप में देश का एक महान क्रांतिकारी योद्धा देश की आजादी के लिए अपना बलिदान देकर शहीद हो गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष  पंडित आर सी शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित आलोक चंद शर्मा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पंडित लोकेश कौशिक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित विनीत कुमार शर्मा, राष्ट्रीय महामंत्री पंडित संदीप शर्मा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री कपिल पंडित, संगठन मंत्री शिवकुमार शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता पंडित राधेश्याम पांडे, सौरभ मित्तल मौजूद थे

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