गाजियाबाद :- सिद्धपीठ दूधेश्वर मन्दिर में श्रावण मास को लेकर जिस प्रकार भगवान विष्णु को मार्गशीर्ष का महीना प्रिय है उसी प्रकार भगवान शिव को श्रावण माह अतिप्रिय है। श्रावण माह में किये गये पूजन, जप व अभिषेक का फल अनन्त गुणा मिलता है। इन्हीं सबको ध्यान में रखते हुए सिद्धपीठ श्रीदूधेश्वर नाथ मन्दिर ने श्रावण माह की अपनी सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है। जो मन्दिर में पूरे श्रावण माह में प्रतिदिन श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय के आचार्यों एवं विध्वान पंडितों द्वारा आशुतोष भगवान का अभिषेक कराया जायेगा जिसमें गाजियाबाद के सामान्य भक्तों के अलावा अन्य प्रदेशों एवं नगरों के भक्त, अधिकारी व राजनेता भाग लेंगे। श्री दूधेश्वर नाथ मन्दिर के पीठाधीश्वर श्रीमहन्त नारायण गिरि जी ने बताया कि श्रावण शिवरात्रि का मुख्य मेला 15 जुलाई 16 जुलाई को रहेगा । शिवरात्रि का व्रत शनिवार 15 जुलाई को होगा तथा इसी दिन लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़िये हरिद्वार, गंगोत्री, गामुख से गंगाजल लाकर भगवान दूधेश्वर का अभिषेक करेंगे। 16 जुलाई को ही भगवान दूधेश्वर की आठ प्रहर की विशेष पूजा भी आरम्भ होगी। वहीं मन्दिर विकास समिति के उपाध्यक्ष अनुज धर्म गर्ग ने बताया कि मन्दिर अपने नये स्वरूप में शिवभक्तों का स्वागत करने के लिये पूर्ण रूप से तैयार है। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन नगर निगम एवं सभी विभाग ने पूरी तरह से अपने अपने कार्यों को पूर्ण करने में लगे हुये हैं गाजियाबाद प्रशासन कि ओर से शानदार व्यवस्था में पुरा अमला जुटा हुआ है। सम्पूर्ण मन्दिर परिसर व मेला क्षेत्र सी०सी०टी०वी० से कवर रहेगा जिससे किसी भी आसामाजिक गतिविधियों पर तत्काल नियन्त्रण किया जा सके। कांवडियों के ठहरने की व्यवस्था शम्भूदयाल इन्टर कॉलिज व डिग्री कॉलेज में की गई है। जहां प्रशासन की ओर से जल व मोबाइल शौचालय की व्यवस्था भी रहेगी तथा चिकित्सा सुविधा भी हर समय उपलब्ध रहेगी। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की सुरक्षा के लिए पुलिस, पी0ए0सी0, महिला पुलिस, नागरिक सुरक्षा के वार्डन व दूधेश्वर स्वंय सेवक के साथ ही कांवडियो के वेश में पुलिस के सदस्य कार्य करेंगे | नगर निगम द्वारा दूधेश्वर के अभिषेक के लिये गंगाजल की व्यवस्था पुरे श्रावण मास के लिए कि जायेगी। श्री दूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल ने जानकरी देते हुये बताया की श्रावण माह में पहली बार आठ सोमवार पड़ेंगे जिसमें क्रमशः 15 जुलाई से 16 तक कांवड़ियों का मुख्य मेला रहेगा जिसके बाद दुसरा सोमवार 17 जुलाई तीसरा 24 जुलाई चौथा 31 जुलाई पांचवां 7 अगस्त छठा 14 अगस्त सातवां 21अगस्त आठवां 28 अगस्त अंतिम सोमवार होगा को इन दिनों में भगवान दूधेश्वर का विभिन्न रूपों में आरती से पूर्व भव्य श्रृंगार व 156 व्यंजनों से भोग लगाया जायेगा। तथा आरती के पश्चात श्रृंगार को भक्तों के दर्शनार्थ रखा जायेगा। शिवरात्रि को भगवान का विशेष श्रृंगार होगा। भगवान दूधेश्वर भक्तों को दूल्हे के रूप में दर्शन देंगे। मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि हाजरी का जल व त्रयोदशी का जल शनिवार 15 जुलाई प्रातः काल 6:00 बजे से आरम्भ होगा तथा चतुर्दशी एवं शिवरात्रि का जल शनिवार 15 जुलाई रात्रि 8:30 से लेकर 16 जुलाई रात्रि 10:00 तक चढ़ेगा। इस बार लाखों कांवडिये तथा श्रद्धालुओं एवं भक्तों द्वारा भगवान दूधेश्वर का अभिषेक करने का अनुमान लगाया जा रहा जिसमें पुलिस प्रशासन नगर निगम एवं जिला प्रशासन ने पुरी व्यवस्था कर रखी जिसमें खाने पीने के पुरे गाजियाबाद में सैकड़ों भक्तों ने भंडारे शिविर लगाए हुए हैं
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