मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु
गाजियाबाद। उपमंडल घुमारवीं के कोठी गांव में दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित आशा किरण संस्थान में लगे दो दिवसीय निशुल्क चिकित्सा शिविर में गाजियाबाद से हर्ष हाॅस्पीटल के ईएनटी स्पेस्लिस्ट की टीम ने यहां पर सैंकड़ों लोगों की समस्या का समाधान किया। टीम हैड तथा हर्ष हाॅस्पीटल के प्रभारी डा.ब्रजपाल सिंह त्यागी से इस दौरान मुलाकात हुई। मेडीकल साइंस में हो रहे नित नए बदलावों का जिक्र करते हुए डा. त्यागी ने बताया कि जन्म से बधिर और गूंगे लोगों में श्रवण व बोलने की शक्ति को लौटाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने सैंकड़ों लोगों का सफल इलाज कर इस आत्मग्लानि भरी समस्या से निजात दिलाकर उनकी दुनिया में खुशी लौटाने का काम किया है। डा. त्यागी ने बताया कि इस प्रक्रिया में व्यक्ति का ओटोलाॅग्स प्लाजमा लिया जाता है तथा इंजेक्शन को कानों के पास नस में इंजेक्ट किया जाता है। इस विधि को पीआरपी कहते हैं। उन्होंने बताया कि पहले इंजेक्शन लगने के बाद व्यक्ति आठ डेसीबल तक सुनना शुरू कर देता है। एक सामान्य व्यक्ति यह क्षमता 129 डेसीबल होती है। जब व्यक्ति को सुनना शुरू हो जाता है तो कान में एक मशीन लगा दी जाती है ताकि ब्लड सर्कुलेशन और तेज हो जाए तथा मरीज में सुनने की क्षमता बढ़ना शुरू हो जाए। इसी तरह महीने की अवधि में कुल 15 या 18 इंजेक्शन लगाए जाते हैं। जिसके बाद व्यक्ति पूरी तरह से सुनना शुरू कर देता है। इस सुविधा का लाभा बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक उठार हे हैं।
डा. त्यागी ने बताया कि अभी हाल ही में उन्होंने एक 80 साल के बुजुर्ग की ट्रीटमेंट कर उनकी सुनने की क्षमता को दुरूस्त करने में सफलता हासिल की है। गाजियाबाद के राजनगर में हर्ष हाॅस्पीटल का संचालन कर रहे हैं।डा. ब्रजपाल सिंह त्यागी एक समाज चिंतक और समाजसेवा में तल्लीन रहने वाले व्यक्ति हैं। उन्होंने स्वयं गूगल पर सर्च कर घुमारवीं में आशा किरण संस्थान का पता लगाया और प्रभावित होकर स्वयं यहां पर निशुल्क चिकित्सका शिविर लगाने का आग्रह किया। यहां पर आकर शांत जीवन और भागमभाग से परे ईमानदार लोगों से मिलकर वे बहुत प्रभावित हुए। इस बार उनका यह तीसरा शिविर था। जहां पर उन्होंने यहां पर रहने वाले दिव्यांग बच्चों के साथ सैंकड़ों अन्य लोगों का इलाज निशुल्क किया। यही नहीं उनका चैकअप के साथ साथ टैस्ट व दवाइयां भी अपनी ओर से दीं। डा. ब्रजपाल सिंह त्यागी ने यहां अचानक हुए मौसम परिवर्तन के बारे में भी हैरानी व्यक्त की। वहीं उन्होंने आशा किरण संस्थान की संस्थापक बर्फी देवी व तमाम स्टाफ के सहयोग की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति सुनने की समस्या या जन्म से बधिर होने की समस्या से ग्रसित हो तो वह आशा किरण संस्थान का हवाला देकर गाजियाबाद आकर अपना इलाज करवा सकता है। उनका नाॅमिनल चार्जिस पर इलाज किया जाएगा जबकि रहने आदि की सुविधा निशुल्क मिलेगी। वहीं बर्फी देवी ने डा. ब्रजपाल सिंह त्यागी का तहेदिल से आभार व्यक्त किया है। डा. त्यागी की टीम में डा. महादेव, डा. अवनेश कुमार मिश्रा, मोहित त्यागी, अमित,धीरज, ललित व सचिन त्यागी ने अहम भूमिका निभाई।
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