शुक्रवार, 26 मई 2023

भारत विकास परिषद ने झुग्गियों में निवास करने वाले बच्चों के लिए आयोजित की संस्कार कार्यशाला

 

मुकेश गुप्ता

गाजियाबाद। भारत विकास परिषद राजनगर एक्सटेंशन शाखा के तत्वाधान में अध्यक्ष डा. सुभाष गुप्ता के मार्गदर्शन व महिला संयोजिका सीमा चैधरी के संयोजन में झुग्गियों में रहने वाले जरूरतमंद बच्चों के लिए संस्कार कार्यशाला के प्रथम दिवस के अवसर पर स्वरोजगार के अन्तर्गत उनके उज्ज्वल भविष्य हेतु फैन्सी दिया मेकिंग का प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ गायत्री मंत्र के साथ प्रारम्भ हुआ। सीमा चैधरी ने बताया कि इन बच्चों में भी अत्यधिक ऊर्जा व प्रतिभा होती है परन्तु सही मार्गदर्शन व प्रशिक्षण न मिल पाने के कारण ये और बच्चों से दौड़ में पीछे रह जाते हैं एवं कहीं न कहीं कौशल विकास न होने के कारण अपने आपको दूसरों से निम्न स्तर का महसूस करने लगते हैं। इस अवसर पर प्रशिक्षण प्रदान करते हुए यूनिसेफ में कार्यरत सुरभि शुक्ला ने कहा कि राष्ट्रहित व विकास में योगदान हेतु हर भारतीय को अपनी पूर्ण ऊर्जा के साथ कार्य करना चाहिए, इसी श्रंखला में आज प्रथम दिवस पर यहां आकर इन बच्चों को प्रशिक्षित करने का सिर्फ यही लक्ष्य रहा कि सभी कौशल विकास की कार्यशाला में निपुण होकर विकास के पथ पर अग्रसित हों। प्रोजेक्ट इंचार्ज अनुराग अग्रवाल ने आज प्रथम दिवस पर आयोजित कौशल विकास कार्यक्रम में सभी प्रशिक्षकों का धन्यवाद अर्पित करते हुए कहा कि आज इन सभी के प्रयासों से सभी बच्चे कौशल विकास के साथ-साथ संस्कारों को भी अपने अन्दर स्थापित करने का जो कार्य कर रहे हैं उसके लिए सभी प्रशिक्षकों का प्रयास सराहनीय है, कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य शिक्षिका कल्पना जी को विशेष रूप से साधुवाद। इस अवसर पर सभी बच्चों को काॅपी व पेन्सिल का वितरण किया गया जिसे पाकर बच्चे आनंदित हो उठे। अन्त में वन्दे मातरम के साथ आज का प्रथम दिन का समापन हुआ, तत्पश्चात विमल जी द्वारा गर्मा-गर्म समोसे सभी बच्चो को दिए गए जिसे सभी ने साथ बैठकर समोसा चाट का आनन्द लिया। गर्मा-गर्म समोसे खाकर सभी बच्चे प्रफुल्लित हो गए। अध्यक्ष सुभाष गुप्ता व सचिव प्रदीप गर्ग ने अपनी व्यस्ताओं के बावजूद सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अपना प्रेरणादायी संदेश भेजकर अपनी उपस्थिति का आभास कराया। अन्त में सभी बच्चों ने प्रशिक्षण देने के लिए आई अध्यापिकाओं का धन्यवाद अर्पित किया। आज का प्रथम दिन बहुत ही गौरवमयी क्षणों का गवाह रहा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें