सोमवार, 1 मई 2023

तीन साल बाद रिमझिम बारिश के बीच श्रोताओं ने लिया अट्टहास कवि सम्मेलन का आनंद

 

मुकेश गुप्ता

हज़ारों की संख्या में श्रोता वारिस के साथ साथ लेते रहे कवि सम्मेलन का आनंद   
गाजियाबाद।  कविनगर रेजीडेंट फेडरेशन लगभग पिछले 29 वर्षों से लगातार अट्टहास कवि सम्मेलन का आयोजन करती आ रही है।इस वर्ष भी कविनगर रेजीडेंट फेडरेशन ने कविनगर रामलीला मैदान में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें हज़ारों की संख्या में श्रोताओं के बैठने के लिए कुर्सी व सोफ़ा की व्यवस्था की जहाँ पर श्रोताओं ने कवि सम्मेलन का पूरा लुत्फ़ उठाया।मिट्टी न उड़े इसके लिए पानी का छिड़काव,मच्छर परेशान न करे उसके लिए फ़ॉगिंग की व्यवस्था, पीने के लिए पानी,पीछे श्रोताओं को देखने के लिए दोनों तरफ़ एल ई डी आदि की व्यवस्था की।
कवि सम्मेलन आरंभ होने से पहले दीप प्रज्वलन मुख्य अतिथि डॉ पी एन अरोरा,डॉक्टर अनिल अग्रवाल सांसद दीप प्रज्वलनकर्ता,स्वागताध्यक्ष अनिल गर्ग, संस्था के अध्यक्ष विधायक दिनेश गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय जैन,महामंत्री लाल चंद शर्मा, पूर्व विधायक सुरेन्द्र कुमार मुन्नी आदि ने किया।मुख्य अतिथि के रूप में डॉ॰पी एन अरोरा सी एम डी यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशाम्बी,दीप प्रज्वलन कर्ता डॉक्टर अनिल अग्रवाल राज्य सभा सांसद और स्वागताध्यक्ष श्री अनिल गर्ग वरिष्ठ समाजसेवी एवं पूर्व विधायक के के शर्मा,पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार मुन्नी,पूर्व विधायक  कृष्ण वीर सिंह सिरोही समेत तमाम गणमान्य लोग उपस्थित हुए।
 जिनका स्वागताध्यक्ष अनिल गर्ग एवं समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने स्वागत किया।इसके अलावा शहर के सभी पार्टियों के गणमान्य सदस्यों के साथ साथ ग़ाज़ियाबाद व अन्य तमाम शहरों से पधारे गणमान्य लोग एवं श्रोता गण उपस्थित थे जिन्होंने इस भव्य कवि सम्मेलन का बारिश के बीच में बैठकर भरपूर आनंद लिया और तालियां बजाकर हर कविगण का उत्साहवर्धन किया।   इस अवसर पर फ़ेडरेशन के द्वारा एक जन जागृति पत्रिका का विमोचन भी किया गया।इस पत्रिका को बनाने में मुख्य संपादक अजय जैन एवं संपादक मंडल  में शामिल दिनेश गोयल,लाल चंद शर्मा एवं के बी खन्ना का सहयोग रहा।इस पत्रिका में केंद्र सरकार,उत्तर प्रदेश सरकार एवं ग़ाज़ियाबाद के मुख्य मुख्य नंबर होते हैं जैसे पुलिस-प्रशासन ,सरकारी विभाग आयकर विभाग,होटल्स,बैंक्कट,स्कूल,कॉलेज ,डॉक्टर्स के साथ साथ कविनगर के सभी ब्लॉकों के सभी घरों के नंबर होते हैं जिसके कारण यह पत्रिका का बहुत उपयोगी होती है जिसका सभी लोग पूरे वर्ष इंतज़ार करते हैं यह गाज़ियाबाद में सबसे अधिक छपने वाली पत्रिका का है।
   इस वार फ़ेडरेशन ने श्रोताओं की भारी माँग पर देश के जानेमाने कवियों व कवियित्रीओं को आमंत्रित किया है जो इस समय देश में चारों ओर धूम मचा रहे हैं और अट्ठाहस के मंच पर भी शमा बॉध दिया जिसके कारण हज़ारों श्रोताओं ने बूंदॉ बॉदी के बीच कवि सम्मेलन का आनंद लिया वो महान कवि इस प्रकार है डॉ अनामिका अम्बर* (स्टार पोएटेस),ए.एम, तुराज* (फिल्मी गीतकार) मुंबई, गुरु सक्सेना* (वरिष्ठ हास्य कवि) नरसिंहपुर,डॉ कुंवर जावेद* (सुप्रसिद्ध गीतकार) कोटा,
रमेश शर्मा* (मार्मिक गीतकार) चित्तौड़,हिमांशु बवंडर* (लाफ्टर ),मुंबईअमन अक्षर* (प्रसिद्ध गीतकार) इंदौर,गौरव चौहान* (हास्य/वीर रस) इटावा,दमदार बनारसी* (हास्य) बनारस,ज्योति त्रिपाठी* (वीर रस) मुंबई,डॉ प्रतीक गुप्ता* (हास्य),,कुशल कुशवाहा* (हास्य) 

अमित शर्मा* (वीर रस),शिखा दीप्ती* (श्रृंगार),दीपाली ज़िया* (हास्य),

सौरभ जैन सुमन* (हास्य संचालक/कवि वीर रस)कविगण उपस्थित थे।

मंच पर पर जब निम्नलिखित कवियों व कवियित्रीओं ने यह पढा़ तो तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा माहौल ख़ुशनुमा हो गया और कवियों का खूब उत्साह वर्धन हुआमैं तेरे नाम हो जाऊँ तू मेरे नाम हो जाए 

मैं तेरा दाम हो जाऊँ तू मेरा दाम हो जाए 

न राधा सा न मीरा सा विरह मंज़ूर है मुझको बनूँ मैं रुक्मणी तेरी तू मेरा श्याम हो जाए डॉ अनामिका जैन अम्बर,गरीबों की गरीबी का बनाते है उपहास 

दिखाने को दांत में कनक लगवाते

पहले भाव पूछते है मीठे अमरूद का 

फिर अमरूदों पे नमक लगवाते है

हिमांशु बवंडर (लाफ्टर शो रनर अप) मुंबई,यूं शेरों की मांद में आकर डर फैलाने की

गीदड़ की औकात कहां थी आंख दिखाने की

यदि अफ़ज़ल को लालकिले पर हमने टांग दिया होता

किस कसाब में हिम्मत थी फिर भारत आने की

सौरभ जैन सुमन (संचालक कवि सम्मेलन)

रूप घनाक्षरी 

लपटों ही लपटों में लिपट गयी है लंक,

लाल देह धारी किलकारी मारी लूम लूम ।

कनक कँगूरन को किलक किलक कपि,

तमक तमक तोड़े ,त न न न तूम तूम। 

आग के बवंडर आकाश लौ घुमड़ रहे,

घरन घरन घेर घ न न न घूम घूम। 

पवन प्रचण्ड झकझोर चहुँ ओर मारे,

पानी के परत बोले,स न न न सूम सूम ।

              गुरू सक्सेना

काँटों में फँसे हैं गुलाब देख रहे हैं।

ज़मीं पे हैं और आफ़ताब देख रहे हैं।।

आपस में जिनकी आजतक बनी ही नहीं, वो

सरकार बनाने का ख़्वाब देख रहे हैं।।

दमदार बनारसी

जला के पापों को फिर से उसे बसाना पड़ा  ।

तो श्रध्दा आस्था के फूलों से सजाना पड़ा  ।।

हमारी माता ने कुछ दिन वहां बिताये थे  ।

तभी तो नाम के पहले श्री लगाना पड़ा  ।।

डॉ कुंवर जावेद

          इस अवसर पर अध्यक्ष दिनेश गोयल,वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय जैन,महामंत्री लाल चंद शर्मा,परमजीत सिंह,लोकेश सिंगल उपाध्यक्ष,डी के जैन उपाध्यक्ष एन एन रॉय,पवन गुप्ता ,अमित कुमार ,सुशांत चोपड़ा वेद पाल कुशवाह,सुभाष,अरुण शर्मा आदि का विशेष सहयोग रहा।समाप्ति के अवसर पर फ़ेडरेशन की तरफ़ से सभी का आभार वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय जैन ने किया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें