आश्चर्य की बात यह है कि नगर निगम के नगर आयुक्त की तरफ से हर जोन में कूड़ा फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का दावा किया जा रहा है। गन्दगी फैलाने वालों पर जुर्माना भी किया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी जिस तरह की यह तस्वीर नजर आ रही है। उससे साफ तौर पर लगता है कि विजय नगर जोन के कर्मचारियों पर इसका कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। यहां पर जिस तरह से नगर निगम के कर्मचारियों के द्वारा रोजाना ही खुले में कूड़ा और गोबर डाला जाता है। तो आखिरकार जोन के अधिकारियों की नींद क्यों नहीं खुल रही है ? आखिरकार नगर आयुक्त का दौरा भी इस तरफ किस कारण से नहीं हो पा रहा है। इस बात को लेकर स्थानीय लोगों में नगर निगम के खिलाफ बेहद गुस्सा भी भरा है। लोगों का कहना है कि जब नगर निगम के कर्मचारी ही सड़क के किनारे कूड़ा डालेंगे तो आम लोग नगर आयुक्त के आदेशों का कैसे पालन कर पाएंगे।
हालांकि इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्रीय पार्षद का कहना है कि उनके वार्ड से निकलने वाले कूड़े को डालने के लिए कोई उचित स्थान नहीं है। वार्ड से निकलने वाला कूड़ा किसी ना किसी स्थान पर तो डाला ही जाएगा। लेकिन बड़ा सवाल यह है ? कि जिस तरह से अन्य वार्डों में निगम की तरफ से कूड़ा डालने के लिए एक स्थान नियत किया गया है। नगर निगम को इस वार्ड में भी एक इसी तरह का स्थान नियत करने की बेहद आवश्यकता है ?
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