गाजियाबादःआचार्य दीपक तेजस्वी ने कहा कि इस बार चैत्र नवरात्रि पर ग्रह नक्षत्रों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस दिन शुक्ल योग और ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। ब्रह्म योग 22 मार्च को सुबह 9 बजकर 18 मिनट से 23 मार्च सुबह 6 बजकर 16 मिनट तक व शुक्ल योग 21 मार्च की रात्रि 12 बजकर 42 मिनट से 22 मार्च की सुबह 9 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। इस शुभ योग में पूजा-’पाठ करने से साधक को इच्छापूर्ति का आशीर्वाद मिलता है और उसके सभी दुख दूर होते हैं। इसके अलावा इस बार नवरात्र में रवि पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थसिद्धि योग और रवि योग भी बनेगा, जिसकी वजह से नवरात्रि की शुभता और अधिक बढ़ जाएगी। आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार घटस्थापना के लिए साधक का मुख पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए और कलश की स्थापना ईशान कोण में ही करनी चाहिए। घटस्थापना का मुहूर्त 22 मार्च को सुबह 06.23 से 07.32 तक रहेगा।
आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि इस बार मां दुर्गा का आगमन नाव यानी नौका पर होगा। यह भी एक शुभ संकेत है। वैसे तो मां दुर्गा सिंह की सवारी करती हैं, लेकिन नवरात्रि में धरती पर आते समय उनकी सवारी बदल जाती है। बुधवार से शुरू हो रहे नवरात्र पर्व पर मां दुर्गा का आगमन नौका पर होगा और देवी भागवत पुराण के अनुसार नौका पर मां दुर्गा का आगमन बहुत ही शुभ होता है। इससे भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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