युवाओं को नौकरी व रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने में मिली सफलता
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा आसानी से नौकरी, आर्थिक स्वावलंबन में आगे बढ़ सकें। स्वत: रोजगार के लिए एमएसएमई में हुए कार्य दिखाई दे रहे हैं। विश्वकर्मा श्रम सम्मान हस्तशिल्पियों को नई पहचान दिला रहा है। हम दो करोड़ युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बना सके। यूपी देश का पहला राज्य है, जहां 20 लाख युवाओं को हमने इससे लाभान्वित किया है। आज यूपी का कोई जनपद नहीं, जहां के युवाओं को सरकारी नौकरी न मिली हो। बिना भेदभाव के सम्मानजनक ढंग से हर तबके का युवा नौकरी प्राप्त कर रहा है। करोड़ों युवाओं को नौकरी और रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाने में हमें सफलता मिली है। ओडीओपी ने हर श्रमिक को रोजगार प्रदान किया है। विपत्ति के समय में चुनौती के साथ कैसे काम होता है, यूपी ने इसका मानक प्रस्तुत किया है।
डीबीटी के माध्यम से साढ़े 03 लाख करोड़ रुपये खाते में गए
अन्नदाताओं के जीवन में खुशहाली लाने के लिए डीबीटी के माध्यम से साढ़े 03 लाख करेाड़ की राशि उनके खाते में गई है। कर्जमाफी की बात को इसके साथ जोड़ दिया जाए तो ये संख्या 04 लाख करोड़ से ऊपर पहुंचती है। ये सरकार की प्राथमिकता को दर्शाती है, जहां जाति मत मजहब नहीं बल्कि गांव गरीब युवा किसान व महिलाएं हैं।
अपना कार्यकाल पूरा कर रहे अफसरमुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी के बारे में धारणा थी कि यहां कानून व्यवस्था ठीक नहीं थी। दंगे होते हैं पर विगत 06 साल में एक भी दंगा नहीं हुआ। कानून व्यवस्था को लेकर लोग क्या-क्या कहते थे, जिसे असंभव कहा जाता था, यूपी ने उसे संभव बना दिया है। 1.64 लाख पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से पूरा किया गया। यूपी का हर युवा हमारे परिवार का हिस्सा है। पुलिस रिफॉर्म के लिए प्रयास किये गये। यूपी में सात पुलिस कमिश्नरेट बने हैं। यूपी में हर तहसील स्तर पर फायर टेंडर की स्थापना की गयी। पुलिस की अवस्थापना सुविधा को आगे बढ़ा सकें। हर थाने और पुलिस लाइन में अच्छे बैरक बनते दिन चुके हैं या बनते दिखेंगे। साइबर थाना हर रेंज और जिला स्तर पर बनाने के लिए कार्य हो रहा है। हर रेंज स्तर पर फारेंसिक लैब की स्थापना का कार्य हो रहा है। पुलिस ट्रेनिंग की क्षमता को तीन गुना बढ़ाया गया। लखनऊ में साइबर और फॉरेंसिक लैब की स्थापना की जा रही है। एसडीआरएफ की स्थापना के लिए तीन बटालियन का गठन हुआ। मृतप्राय पीएसी की 54 बटालियन का पुनर्गठन हुआ। महिला कार्मिक की संख्या 10 हजार से 40 हजार तक बढ़ाया गया। यह अपने आपमें महिला सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। यहां सिर्फ सरकार में ही नहीं, प्रशासन में भी स्थायीत्व है। पहली बार आपने देखा होगा कि कोई डीएम-पुलिस कप्तान अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। पहले ताश के पत्तों की तरफ अफसर फेंटे जाते थे। शासन में स्थायित्व है तो प्रशासन में भी स्थायित्व है। इसका लाभ 25 करोड़ जनता को मिल रहा है।*
आज के इस विशेष अवसर पर जनपद के प्रभारी मंत्री/मा0 राज्य मंत्री समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश सरकार असीम अरुण के कर कमलों द्वारा पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक की उपस्थिति में विकास भवन के सभाकक्ष में एक जनपद एक उत्पाद टूलकिट एवं प्रशिक्षण योजना के 50 लाभार्थियों को टूल किट वितरण की गई। वित्तीय वर्ष 2022-23 में एक जनपद एक उत्पाद टूल किट एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत अब तक कुल 400 लाभार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान कर टूल किट एवं प्रमाण पत्र तथा मानदेय उपलब्ध कराया जा चुका है। कार्यक्रम के दौरान मा0 राज्य मंत्री समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश के कर कमलों द्वारा कार्यालय जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केंद्र गाजियाबाद में संचालित रोजगारपरक योजना एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना के 02 लाभार्थियों में गौरव गौतम को रु0- 01 करोड़ तथा रमेश कुमार अग्रवाल को रु0- 02 करोड़ के ऋण के चेक प्रदान कराए गए। मा0 राज्य मंत्री जी द्वारा सभी लाभार्थियों से अनुरोध किया गया कि वे उक्त टूल किट एवं कौशल का पूर्ण सदउपयोग कर अपना स्वरोजगार स्थापित करें। जिन लाभार्थियों को शासन द्वारा संचालित ओडीओपी वित्त पोषण योजना के अंतर्गत रु 01 करोड़ एवं 02 करोड़ का चेक प्रदान किया गया है, को ऋण स्वीकृति पर बधाई दी गई एवं शीघ्र अपना कार्य प्रारंभ कर स्वरोजगार स्थापित करने तथा बेरोजगार व्यक्तियों को रोजगार दिए जाने हेतु कहा गया।
इसके उपरांत राज्यमंत्री असीम अरुण द्वारा समाज कल्याण विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया गया जहां जिला समाज कल्याण अधिकारी अमर जीत सिंह ने उनको कार्यालय में संचालित योजनाओं की भौतिक प्रगति से अवगत कराया। इसके उपरांत राज्य मंत्री ने पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया जहां उन्होंने पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी पीयूष राय से विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की जानकारी प्राप्त की। उक्त कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, पूर्व मेयर आशा शर्मा, विधायक साहिबाबाद सुनील शर्मा, विधायक मोदीनगर मंजू सिवाच, विधायक मोदीनगर अजीत पाल त्यागी, विधायक लोनी नंदकिशोर गुर्जर, सदस्य विधान परिषद दिनेश गोयल, जिला अध्यक्ष दिनेश सिंघल, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, नगर आयुक्त नितिन गौड़, मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक, पीडी डीआरडीए पी0एन दिक्षित सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारीगण द्वारा प्रतिभाग किया गया। गौरव दयाल अपर जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद।
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