ग़ाज़ियाबाद। शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की याद में वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में शहीद दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर कारगिल में शहीद हुए दो रणबांकुरों के परिवारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वरदान मल्टीस्पेश्यलिटी अस्पताल के सहयोग से आयोजित शिविर में 66 विद्यार्थियों ने देशहित में रक्तदान किया। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने छात्र-छात्राओं को शहीदों के आदर्श अपनाकर समाज व देश को विश्व में सर्वश्रेष्ठ बनाने की बात पर बल दिया।उन्होंने कहा कि शहीद दिवस पूरे देश में जागृति के साथ मनाया जाना चाहिये। अधिकारों से अधिक हमें अपने कर्तव्यों पर ध्यान देना होगा। जब तक आम नागरिक में त्याग और तपस्या की ललक पैदा नहीं होगी, हमारे देश का इतिहास समृद्ध नहीं होगा। डॉ .अशोक कुमार गदिया ने कहा कि युवा देश के लिए जीना सीखें। जो शहीदों के बलिदान से नसीहत नहीं लेते, उन युवाओं का देश कभी तरक्की नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अपनी प्रगति जरूर करो लेकिन देश व समाज के उत्थान की भी चिंता करो। जागरूक इंसान बनो। कुछ अच्छे काम देश के लिए कर गए तो समझो कि हम शहीदों के सपनों को साकार कर गए। उन्होंने अपनी एक कविता के माध्यम से कहा कि हम देशभक्त बनें सरकार भक्त न बनें। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने कहा कि नौजवान समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए दृढ़ संकल्पित हों। जीवन में अनुशासन लाएं। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की ओर से शहीद दिवस के मौके पर कारगिल में शहीद हुए दो शहीदों सुरेन्द्र पाल सिंह की माता चम्पा देवी व ओमपाल सिंह की पत्नी राजकुमारी को शॉल, स्मृति चिह्न, सम्मान पत्र व नकद राशि भेंटकर सम्मानित किया। भाजपा महिला मोर्चा की महानगर अध्यक्ष पूनम कौशिक बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पधारीं। उन्हें भी स्मृति चिह्न व शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया। अपने सम्बोधन में उन्होंने नौजवानों से कहा कि देशहित में अपना करियर बनाएं। देश प्रथम है बाकी सब चीजें बाद में। देश है तो हम हैं।
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