सवाल, एक सप्ताह बाद होली है। ऐसे में शराब माफिया अधिक सक्रिय हो जाते हैं। उन पर कार्रवाई के लिए विभाग की तरफ से क्या तैयारियां की गई है।
जवाब। यह सही है कि होली का पर्व आते ही शराब माफिया ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में उन पर कार्रवाई के लिए विभाग द्वारा पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। सभी सात आबकारी इंस्पेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्रों में संघन चेकिंग के आदेश दिए हैं। खादर क्षेत्रों में भी पैनी नजर रखी जा रही है। पूर्व में खादर क्षेत्र में बनाई जा रही कच्ची शराब को नष्ट करा कर शराब माफियाओं पर कार्रवाई की गई है, जो आगे भी जारी रहेगी।
सवाल। कई शराब के ठेकों पर ग्राहकों से निर्धारित रेट से अधिक वसूली की जा रही है। अभी पीछे आपके विभाग की तरफ से निर्धारित रेट से 10 रुपए अधिक लेने पर सिहानी गेट कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद भी यह वसूली नहीं रुक रही है।
जवाब। शराब के ठेकों पर पूरी तरीके से निर्धारित रेट से अधिक वसूली बंद है। अगर इसके बाद भी ऐसा कोई मामला प्रकाश में आता है तो विभाग की तरफ से संबंधित ठेका कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सवाल। कई होटलों और बार में अवैध तरीके से शराब पिलाई जा रही है। अभी पीछे आपके विभाग की टीम ने ही राजनगर में एक रेस्टोरेंट पर कार्रवाई की थी। जहां लोगों को अवैध तरीके से शराब पिलाई जा रही थी। इसके अलावा हिंडन पार में भी कार्रवाई हुई है।
जवाब। विभाग की टीम द्वारा होटलों और रेस्तरां आदि पर समय-समय पर चेकिंग की जा रही है। अगर कहीं भी अवैध तरीके से शराब पिलाई जाती मिलती है तो कार्रवाई होगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
सवाल। अभी पीछे विजय नगर के प्रताप विहार में स्थित मॉडल शॉप के कर्मचारियों ने एक युवक के साथ मारपीट की थी। आरोप था कि निर्धारित रेट से अधिक रकम मांगी जा रही थी। सोशल मीडिया पर भी मामला वायरल हुआ था।
जवाब। ऐसी शिकायतें 90 प्रतिशत झूठी होती है। दलाल किस्म के लोग ऐसी झूठी शिकायतें करके ठेके के कर्मचारियों पर दबाव बनाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं। जिस ठेके पर मामला सही पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
सवाल। आबकारी विभाग के कर्मचारियों पर भी शराब माफियाओं से सांठगांठ के आरोप लगते हैं। ऐसे में आपका क्या कहना है।
जवाब। आरोप एक ऐसी चीज है, जो एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति पर लगा सकता है, लेकिन उसमें सच्चाई क्या है। यह जांच का विषय है। अगर जांच में मामला सही पाया जाता है तो आबकारी विभाग के ही नहीं हर विभाग के कर्मचारियों पर कार्रवाई अमल में लाई जाती है।
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