इस अन्तर्राष्ट्रीय एम०एस०एम०० बिजनेस कॉन्क्लेव को आयोजित करने के मुख्य उद्देश्य देश
एम०एस०एम०ई० के उत्पादों के लिए निर्यात की सम्भावनाएं तलाशना तकनीकी के आदान प्रदान को बढ़ान
द्वीपक्षीय निवेश को बढ़ाना तथा बिजनेस देलीगेशन का आदान-प्रदान करना है। कान्क्लेव में देश एवं विदेश के 250 डेलीगेट भाग ले रहे है तथा एम०एस०एम०ई० के कुछ उत्कृष्ट उत्पा की प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। सभी देशों के राजनयिक कॉन्क्लेव में सम्बन्धित देशी में आयात / निर्या निवेश तथा तकनीकी ट्रांसफर की सम्भावनाओं पर प्रस्तुतीकरण करेगें। तदोपरान्त कॉन्क्लेव में भाग ले स डेलीगेट के साथ पैनल डिस्कशन तथा प्रश्नोत्तर का कार्यक्रम होगा। डिस्कशन का यह सिलसिला कॉन्व के उपरान्त नेटवर्किंग डिनर पर भी जारी रहेगा।
प्रेस वार्ता में राकेश अनेजा, चेयरमैन आईआईए गाजियाबाद चैप्टर ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए बताया कि इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन इस कॉन्क्लेव के दौरान एवं बाद में सभी प्रतिभागी देशों के साथ उद्यनियों के डेलीगेशन के एक दूसरे देश में आदान-प्रदान की सम्भावनाओं की भी खोज करेगा। अतः इस कान्क्लेव में भाग लेना एम०एस०एम०ई० उद्यमियों के लिए सुनहरा अवसर है।
एम०एस०एम०ई० का देश की अर्थव्यवस्था एवं निर्यात में बहुत बड़ा योगदान है। इसलिए यह अन्तर्राष्ट्री एम०एस०एम०ई०] कॉन्क्लेव भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार को 5 ट्रिलियन एवं 1 ट्रिलियन डा अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मील का पत्थर साबित होगी। देश के एम०एस०एम०ई० उद्यमिय प्रचुर मात्रा में इनोवेशन का सामर्थ / प्रतिमा व्याप्त है जिसके कारण एक समय में भारत दुनिया का बडा निर्यातक देश था और सोने की चिड़िया कहलाता था। आज सरकार एवं आई०आई०ए० जैसे औद्यौगिक सगंठनों के प्रयास से इस सामर्थ / प्रतिभा को निखारने के प्रयास किये जा रहे है। देश के उद्यमियों के लिए इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से दुनिया में नई-नई निर्यात / ट्रॉसवर/नवेश की भावनाओं को भी तलाशा जा रहा है। संजय अग्रवाल, सचिव, आईआईए गाजियाबाद चैप्टर ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय एम एस एम ई कान्क्लेव 2023 में 11 देशों के दिल्ली में तैनात राजदूत / हाई कमिश्नर तथा अन्य 10 देशों के वरिष्ठ जनयिक / अधिकारियों के आने की पुष्टि अभी तक हो चुकी है। जिन 21 देशों के भाग लेने की पुष्टि
की है, उनमें वियतनाम, मंगोलिया, जिंबाबे, त्रिनीडाड एवं टोबागो, गोंदिया, केनिया, सोमालिया, मालदीव,इंनिया लेसोलो किनिस्तान इथोपिया, घाना जिबूती, फिजी, मलावी नेपाल, सुडान, ओस्ट्रिया, डीआर कांगो व नाईजीरिया शामिल है।
प्रदीप कुमार गुप्ता, राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि तीन और देशों के दूतावासों यथा दक्षिणी कोरिया, स्पेन यं कम्बोडिया के भी कॉन्क्लेव में भाग लेने की सम्भावना है। सभी देशों के राजनयिक 24 मार्च अथवा 25 मार्च प्रात तक होटल द सेन्द्रम में पहुँच जाएगें। कॉन्क्लेव की प्रदर्शनी का 25 मार्च को प्रातः 11 बजे से शुभारम्भ हो जाएगा, जिसे 21 देशों के राजनयिक / अधिकारी तथा पंजीकृत डेलीगेट देख सकेंगे। दोपहर 2 बजे कॉन्क्लेव के उद्घाटन के लिए माननीय मुख्यमन्त्री उत्तर प्रदेश को आमंत्रित किया गया है तथा भारत सरकार के वित मंत्रालय मे राज्य मंत्री पंकज चौधरी विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित होगें। उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह तथा उत्तर प्रदेश एम०एस०एन०ई० एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद भी कॉन्क्लेव में विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित होगें।
प्रेस वार्ता के इस अवसर पर जेपी कौशिक भी एसके शर्मा, मनोज कुमार, अमित नागलिया, यश जुनेजा, शशांक गुप्ता, अनिल कपूर , राजीव गोयल, प्रमोद जॉन, संजय बंसल, अरुण गुप्ता, सुरेश कुमार, अमरिक सिंह, संदीप गुप्ता, श्री हर्ष अग्रवाल, संदीप कुमार, नवीन धवन, राजेन्द्र कुमार, आरटी स्वरूप अजय पटेल, अमित बंसल, ब्रिजेश गर्ग, पीयूष गोयल, विक्रम कौशिक व वी.के. सिंघल ने प्रतिभाग किया।"
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