ग़ाज़ियाबाद में h३n२ ने पैर पसारे हर घर में मिल रहे है मरीज़-यह कहना वरिष्ठ ईएनटी चिकित्सक डा० बी पी त्यागी का उन्होंने बताया कि आजकल पिछले करीब एक माह से इन्फ्लूएंजा (h3n2)की विशेषता अचानक बुखार, खांसी (आमतौर पर सूखी), सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, गंभीर अस्वस्थता (अस्वस्थ महसूस करना), गले में खराश और नाक बहना है। खांसी गंभीर हो सकती है और 2 या अधिक सप्ताह तक रह सकती है। खाँसी के साथ हल्का खून आता है और बच्चों में उल्टी भी हो सकती है । जिसके कारण अधिकांश लोग बुखार और अन्य लक्षणों से दो सप्ताह के भीतर चिकित्सा की आवश्यकता के बिना भी ठीक हो जाते हैं। लेकिन इन्फ्लूएंजा विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले लोगों में गंभीर बीमारी या मृत्यु का कारण बन सकता है। उन्होंने बताया कि इसके लिए जो हाई रिस्क मरीज़ जैसे गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के किसी भी चरण में 6 महीने से 5 साल के बीच के बच्चे बुजुर्ग व्यक्ति (65 वर्ष से अधिक आयु)
पुरानी चिकित्सा स्थितियों वाले व्यक्ति
स्वास्थ्य देखभाल करने वाला श्रमिक को वैक्सीन ज़रूर लेनी चाहिए ।अगर जयादा तबियत ख़राब है तो ऑसल्टमवीर भी लेनी चाहिए ।
हर्ष हॉस्पिटल इस तरह के रोज़ ४० मरीज़ देख रहा है । लेकिन सीएमओ ऑफिस से कोई सूचना न मिलने के कारण इनकी सूचना ऑफिस को नहीं दी जा रही है ।
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