गुरुवार, 2 फ़रवरी 2023

हर्ष ईएनटी अस्पताल के डा० ब्रजपाल त्यागी की प्लाज्मा थैरेपी को मिली वैश्विक मान्यता, दुबई में आयोजित ग्लोबल सेमिनार में दुनिया भर के चिकित्सकों ने की सराहना

 (मुकेश गुप्ता) गाजियाबाद। महानगर के वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. ब्रजपाल सिंह त्यागी ने अपने अनुसंधान और सस्ते इलाज की तकनीक के बूते वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान दर्ज की है। गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. त्यागी ने अपने शोध जेनरेटिक थैरेपी (पुनर्योजी चिकित्सा) की बाबत जानकारी साझा की। जिसके अंतर्गत प्लाज्मा थेरेपी से मूक-बधिरों का उपचार किया जाता है। अपने शोध के बारे में मीडिया के समक्ष डॉ. त्यागी ने दावा किया कि उनके उपचार से अब तक एक हजार से अधिक मूक-बधिर बालकों में सुनने की क्षमता उन्नत हो चुकी है। हाल ही में दुबई में आयोजित इंटरनेशनल ईएनटी एसोसिएशन की वार्षिक सेमिनार में डाॅ. त्यागी को न सिर्फ बतौर फैकेल्टी  शामिल होने का अवसर मिला बल्कि  विश्व के लगभग 6 हजार ईएनटी चित्सकों को पीआरपी पद्धति से उपचार के तरीके से अवगत कराने का अवसर भी मिला।  अपनी इस उपलब्धी को मीडिया के सामने रखते हुए डॉ. त्यागी ने बताया कि इस थैरेपी में मरीज के ही प्लाज्मा से बने  इंजेक्शन से मूक-बधिरों का उपचार किया जाता है। उपचार की इस विधी में मरीज का किसी तरह का ऑपरेशन नहीं किया जाता और न ही कानों में मशीन की जरूरत पड़ती है। मरीज प्राकृतिक तौर पर सुनने व बोलने की क्षमता प्राप्त करता है। जो स्थाई रहती है। उन्होंने दावा किया कि इस पद्धति से उपचाराधीन मरीजों की सुनने की क्षमता की सफलता का औसत 90 फीसदी है। डॉ. त्यागी ने बताया कि उनके पास विश्व के कई देशों से मरीज आ रहे हैं। गौरतलब है कि वैश्विक मेडिकल जर्नल में डॉ. त्यागी को प्लाज्मा से कान के पर्दों के उपचार करने वाला दुनिया का पहला चिकित्सक बताया गया है। डॉ. त्यागी के अनुसार इस पद्धति में मरीज या उसके परिजनों के रक्त से प्राप्त प्लाज्मा से ही इंजेक्शन बनाया जाता है।‌ एक इंजेक्शन की लागत करीब नौ हजार से बारह हजार रुपए के बीच आती है। पूरे इलाज का औसत खर्च करीब एक लाख रुपए आता है। उन्होंने बताया कि ओ ग्रुप रक्त धारकों के तंतु अन्य ग्रुप धारकों के मुकाबले 30 से 40 फीसदी तक कम होते हैं। ए, ए प्लस और एबी रक्त समूह के मरीजों की क्षमता का औसत काफी अधिक होता है। उन्होंने दावा किया कि इस पद्धति से छह माह के बालक से लेकर 90 साल की आयु वाले मरीज भी लाभान्वित हो रहे हैं। इस अवसर पर‌ डॉ. ममता, डॉ. मणिका, डॉ. प्रज्ञा, डॉ. मणिका, वैभव त्यागी, सचिन त्यागी, ललित सहित हर्ष ईएनटी हॉस्पिटल का स्टाफ मौजूद था।


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