गाजियाबादः ज्योतिषाचार्य पं. हरीश नारायण शुक्ला ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व पर जल चढाने का मुहूर्त सुबह 6 बजकर 17 मिनट पर होगा। उसके बाद पूरे दिन भगवान शिव का जलाभिषेक किया जा सकता है। संकीर्तन का समय अपराह 3 बजे से सायं 6 बजे तक श्रेष्ठ रहेगा। वहीं रूद्राभिषेक सायं 5 बजे से सायं 6.30 तक करना उत्तम होगा। पं. हरीश नारायण शुक्ला ने बताया कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को काली मिर्च चढाने से हर प्रकार के रोग से मुक्ति मिलती है। वहीं गन्ने का रस चढाने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है और कमल पुष्प चढाने से भगवान शिव वैभव, कीर्ति व सम्पन्नता का वरदान देते हैं। वैसे तो भगवान शिव किसी भी दिन पूजा करने से प्रसन्न हो जाते हैं, मगर इस दिन उनकी पूजा-अर्चना, जलाभिषेक व व्रत का महत्व और भी अधिक है। इस दिन की गई पूजा-अर्चना मनुष्य को हर प्रकार के कष्ट से छुटकारा दिला देती है।
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