यह तस्वीर रात की है लेकिन रोशनी इतनी भरपूर है कि जिस में दिख रहा है कि हादसा कैसे हुआ है। इसके बाद दिन की तस्वीर दिखाते हैं जो हादसे की चीख चीख के गवाही दे रही है पहले रात की तस्वीर देखिए किस तरीके से काफी स्पीड से घूमता हुआ यह ट्रॉली बाहर आते गिर गई । लेकिन झूले वाले ने भरोसा दिलाया कि ऐसा कुछ नहीं होगा। चारों कोआनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। उसके बाद वहां से उनको घर भेज दिया गया अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं अब सवाल यह उठता है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है। क्या इस तरह की घटनाओं की रोक नहीं लगनी चाहिए गनीमत को यह रही की चारों की जान बच गई नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। ऐसा लगता है जैसे पुलिस प्रशासन रामलीला कमेटी और झूले वालों का ऐसा कॉकटेल बना हुआ है जो आम आदमी की जिंदगीयों पर भारी पड़ रहा है सभी घायल छपरोला के रहने वाले हैं घायलों में 2 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं एक महिला ज्यादा घायल हुई है..
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