गाजियाबाद स्थित प्राचीन बाला त्रिपुरा सुंदरी चार भुजा धारी सिद्ध पीठ देवी मंदिर दिल्ली गेट मे हर वर्ष कि भांति इस वर्ष भी आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 26 सितंबर दिन सोमवार से नवरात्रि प्रारंभ होंगे समापन 05 अक्टूबर को होगा. जिसके लिए देवी मंदिर दिल्ली गेट मंदिर में तैयारियां शुरू कर दी गई है।
मंदिर के श्रीमहंत गिरिशा नन्द गिरी जी महाराज ने बताया कि दूधेश्वर नाथ मंदिर के श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज के सानिध्य में चार जगह पर अलग अलग स्थानों पर नवरात्रि अनुष्ठान किया जायेगा देवी मंदिर में 3 अक्टूबर को भव्य पंखा शोभायात्रा एवं 4अक्टूबर को भव्य भंडारा किया जायेगा जो सभी साधु संत महात्माओ एवं भक्तगण भोजन प्रसाद ग्रहण करेंगे बताया कि नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों कीपूजा-उपासना की जाती है. मां दुर्गा की पूजा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और जीवन के सारे दुख, दर्द दूर हो जाते हैं हम आपको कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें नवरात्रि के दौरान करना चाहिए,नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है।
इस साल नवरात्रि का त्योहार 26 सिंतबर 2022 से शुरू हो रहा है और इसका समापन 5 अक्टूबर 2022 को होगा. माना जाता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजी-अर्चना करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं. इस साल शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी. माना जाता है कि जब मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं तो वर्षा काफी ज्यादा होती है. इससे प्रकृति में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छाई रहती है और आसपास की चीजें काफी सुंदर नजर आने लगती हैं. श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर के मठाधीश श्रीमंहत नारायण गिरि जी महाराज ने बताया कि इस वर्ष हम चार स्थानों पर लगातार नौ दिवसीय शारदीय नवरात्रि अनुष्ठान किया जायेगा जिसमें पहला प्राचीन श्री बाला त्रिपुर सुंदरी चतुर्भुजी देवी मंदिर दिल्ली गेट में देवी मंदिर के गिरिशा नन्द गिरि जी महाराज के सानिध्य में होंगा जो नौ दिवसीय नवरात्रि अनुष्ठान के मुख्य आचार्य राम मनोहर अग्निहोत्री एवं 11 विध्वान आचार्यों द्वारा एवं आचार्य नित्यानंद के द्वारा सुबह शाम अनुष्ठान एवं यज्ञ किया जायेगा आप सभी भक्त सादर आमंत्रित हैं। एवं दुसरा नवरात्रि अनुष्ठान श्री महंत नारायण गिरी जी महाराज के सानिध्य में राजस्थान के बाड़मेर जिले के सिवाना क्षेत्र में श्री कोटेश्वर मंदिर गुडानाल पिपलून में शुरू होगा परम पूज्य महंत योगीराज सत्यमगिरिजी के नेतृत्व में श्रीमद्भागवत कथा एवं शत शंडी महायज्ञ आचार्य तोयराज उपाध्याय एवं आचार्य विकास पाण्डेय द्वारा शतचंडी महायज्ञ प्रारंभ किया जायेगा नवरात्रि कार्यक्रम होगा
एस0आर0 सुथार ने बताया कि गाजियाबाद दुधेश्वर नाथ मंदिर के पीठाधीश्वर एवं श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज नवरात्रि के अवसर पर नौ दिन राजस्थान में रहेंगे जो श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज के आशीर्वाद भी नौ दिन तक राजस्थान ही मिलेगे सभी साधु संत महात्माओ एवं भक्तों को दर्शन कर सकते हैं
श्रीमहंत जी ने बताया कि नवरात्रि में कुछ उपायों को करना भी काफी फलदायी माना जाता है कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें नवरात्रि के दौरान करने से मां दुर्गा का खास आशीर्वाद मिलता है और घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती हैं इन उपायों के
नवरात्रि के पहले दिन पूजा आदि शुरू करने से पहले घर के मख्य द्वार पर आम या अशोक के पत्तों का बंदनवार लगाना ना भूलें. ऐसा करने से घर में मौजूद नकारात्मकता शक्ति दूर हो जाती है नवरात्रि के पहले दिन से अंतिम दिन कर रोजाना घर के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ सिंदूर से स्वास्तिक का चिह्न बनाएं और हल्दी मिला हुआ जल अर्पित करें. मां दुर्गा के कदमों के निशान घर के अंदर की तरफ जाते हुए लगाएं मां दुर्गा के कदमों के निशान वाले स्टीकर आसानी से मिल जाते हैं. आप चाहे तो इन्हें खुद भी लाल पेंट से बना सकते हैं. नवरात्र के दौरान माता लक्ष्मी के मंदिर में जाएं. इसके बाद एक लाल कपड़े में थोड़ा सा केसर, हल्दी और चावल को बांधकर माता लक्ष्मी को अर्पित करें और छोड़ा सा चावल लेकर अपने घर को वापस आ जाएं. इन चावलों को उस जगह पर छिड़क दें जहां पर आपका पैसा रहता है. इससे आपको आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा नवरात्र के दौरान पूरे नौ दिन एक तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें गुलाब की पत्तियां और इत्र डालकर घर के मुख्य द्वार पर रखें. इससे घर में माता लक्ष्मी का प्रवेश होता है और नकारात्मकता भी दूर होती है.एव वही आचार्य लक्ष्मीकांत पाढी एवं आचार्य अमित शर्मा द्वारा श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर परिसर एवं नित्यानंद आश्रम वृंदावन मथुरा उत्तर प्रदेश में भी नवरात्रि का अनुष्ठान धूमधाम से किया जाएगा।
श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज द्वारा इस वर्ष 4 जाएगा पर सतचंडी यज्ञ किया जा रहा है
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