अब नहीं होगा ज्यादा इंतजार, धोबीघाट पुल लगभग तैयार
- तीनों ब्लॉक पड़ने के साथ ही पुल की फिनिशिंग का काम शुरू
- 15 अगस्त को जनता को समर्पित कर देने पर विचार
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। केन्द्रीय राज्यमंत्री व स्थानीय सांसद जनरल वीके सिंह का ड्रीम प्रोजेक्ट धोबीघाट पुल का निर्माण अंतिम दौर में है। इसे फाइनल टच देने का काम शुरू हो गया है। कल तीसरा ब्लॉक भी डाल दिये जाने के साथ ही इसके निर्माण को पूरा होने में अब समय नहीं लगेगा। उम्मीद की जानी चाहिए कि धोबीघाट पुल इस साल 15 अगस्त को जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। इससे पहले निर्माण कंपनी बीएम कंस्ट्रक्शन यह पुल रेलवे को हैंडओवर कर देगी।गुरुवार को पहला ब्लॉ
पड़ने के समय रेलवे के आला अधिकारी मौजूद रहे। अपनी मौजूदगी में उन्होंने यह काम होते देखा। शनिवार को तीसरा ब्लॉक पड़ते समय केन्द्रीय राज्यमंत्री व स्थानीय सांसद जनरल वीके सिंह खुद मौजूद थे। बीएम कंस्ट्रक्शन कंपनी के एमडी सूर्यांश शर्मा ने उन्हें धोबीघाट रेलवे पुल का विस्तार से निरीक्षण कराया।
इस मौके पर श्री सिंह ने कहा कि निर्माण कंपनी के एमडी बालकिशन शर्मा की असामायिक मृत्यु के बाद इस रेलवे पुल के निर्माण में बड़ी बाधा खड़ी दिख रही थी। लेकिन उनके पुत्र सूर्यांश शर्मा ने पिता के अधूरे कार्य को समय पर पूरा कर दिखाया। इस मौके पर सूर्यांश शर्मा ने कहा कि पिताजी की मृत्यु के बाद इस प्रोजेक्ट को पूरा कराने में जनरल साहब का सहयोग और उत्साहवर्धन कभी नहीं भुलाया जा पाएगा। सूर्यांश ने बताया कि लाइनों के ऊपर ब्लॉक पड़ना आरओबी के लिये सबसे बड़ा काम होता है। बाकी निर्माण कार्य जल्दी ही पूरा हो जाएगा।
गौरतलब है कि 76.5 मीटर लम्बा धनुषाकार आरओबी को एक साल पहले ही जनता को समर्पित होना था, लेकिन कोरोना महामारी निर्माण कार्य में बाधा बनकर आ गई। अब आरओबी के बाद दोनों तरह फ्लाईओवर बनने का काम होगा। इस पुल के संचालन के बाद गाजियाबाद शहर में विजयनगर को पुराने शहर से जोड़ना संभव होगा और विजयनगर क्षेत्र की तकरीबन 50 कॉलोनियों में रह रहे 10 लाख लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। गाजियाबाद से नोएडा के बीच आवागमन करते समय जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। एक अरसे से इस रेलवे पुल की जरूरत समझी जा रही थी। गाजियाबाद के विकास में यह पुल मील का पत्थर साबित होगा और विकास की बाट जोह रहे वियजनगर को बड़ी सौगात होगी।
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