बुधवार, 23 मार्च 2022

नाला निर्माण के दौरान दीवार गिरने से तीन मजदूरों की मौत


गाजियाबाद। विजय नगर थाना क्षेत्र के प्रताप विहार सेकटर 12 की  कालोनी में देर रात उस वक्त चीख पुकार मच गई,जब क्षेत्र में नाला निर्माण के लिए नगर निगम के द्वारा कराए जा रहे  नाले के काम के दौरान उससे लगी एक पब्लिक स्कूल की दीवार एकाएक भरभराकर गिर गई। दीवार गिरने के चलते उसके साथ में नाला निर्माण के लिए खुदाई कर रहे मजदूर दब गए। घटना की सूचना दमकल आदि विभागों को दी गई। बाद में मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकालते हुए जिला एमएमजी अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर तीन मजदूर मृत घोषित कर दिए गए। हादसे से गुस्साएं परिजनों ने एमएमजी अस्पताल में जमकर हंगामा किया। जहां कांग्रेसी पार्षद मनोज चैधरी ने इसे हत्या का मामला बताते हुए निगम के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पर जोर दिया है। श्री चैधरी ने कहा कि निगम में जिस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त है,वह किसी से भी छिपा नहीं है। 28 से तीस फीसदी पैसा कमीशन की भेंट चढ रहा है। 



उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह किसी दूसरी एजेंसी से हादसे की जांच कराए। उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार ये काम अवस्थापना निधि के अंतर्गत हो रहा है।

अवस्थापना निधि कमेटी में मेरठ मंडलायुक्त भी होते है। वहीं वार्ड 93 से महिला पार्षद सिमरन मलिक ने एक बयान के माध्यम से कहा कि उनके क्षेत्र में जो नाले का निर्माण हो रहा है,उसमें घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। लगातार निगम अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद कोई सुनने वाला नहीं है। 


बता दे कि लाइनपार के विजय नगर थाना क्षेत्र के प्रताप विहार में न्यू रेनबों स्कूल के निकट पिछले करीब डेढ माह से नाला निर्माण का काम चल रहा है। बताते है कि जिस ठेकेदार एजेंसी को काम दिया गया है,उसके द्वारा देररात में भी काम कराया जा रहा है। 25 से 30 मजदूर लगाए गए है। बताते है कि आमतौर पर जिस स्थान पर नाले के लिए खुदाई का काम चल रहा है,उसके आस-पास सुरक्षा के कदम उठाए जाने चाहिए,लेकिन दूर तक भी खुदाई के प्रबंध नहीं किए गए है। रात करीब ढाई बजे एकाएक भरभराकर दीवार गिर गई और उसके नीचे मजदूर दब गए। बाद में इन मजदूरों को बाहर निकालते हुए एमएमजी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर चिकित्सकों के द्वारा अतहर रजा,मुनकेश,तोफिक आलम को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल पर मृतकों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। मरने वाले सभी विहार के बताए जा रहे है। 

भले ही प्रदेश की सत्ता में एक बार फिर योगी सरकार सत्ता में काबिज हो गई है,लेकिन इस बीच बीजेपी के ही पार्षद पुन:प्रदेश की सत्ता में सीएम के तौर पर आ रहे योगी जी से गाजियाबाद नगर निगम में कमीशन के खेल को रोकने का अनुरोध कर रहे है। इन दिनों सूर्य नगर से बीजेपी के पार्षद एसके माहेश्वरी की सोशल मीडिया पर चल रही पोस्ट चर्चा का विषय बनी हुई है। श्री माहेश्वरी में कमीशन के तौर पर 28 फीसदी के खेल का उल्लेख करते हुए इसे भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा एवं अराजकता करा दिया है,लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि आखिर 28 फीसदी कमीशन का हिस्सा किस स्तर के अधिकारी अथवा जन प्रतिनिधि तक पहुंच रहा है। वैसे देखा जाए तो नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी के मामले समय समय पर उठते रहे है,लेकिन मुरादनगर शमशान हादसे के बाद भी नगर निगम में कमीशन खोरी का खेल थमते हुए दिखाई नहीं दे रहा है। इन दिनों देखा जाए तो ज्यादातर ठेकेदार नया काम थामते हुए कतरा रहे है। वजह उन्हें काम करने के बाद भी भुगतान नहीं हो रहा है।

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