चुनाव आचार संहिता लगने के बाद बिल्डरों की पौबारह
मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद बिल्डरों की पौबारह हो गई है आवास एवं विकास परिषद के एक से लेकर उन्नीस सेकटरो में अवैध निर्माण धड़ल्ले से चल रहा है । आवास आयुक्त की तमाम सख्ती के बावजूद इजिनियरो की साठगांठ से निर्माण कार्य किया जा रहा है । अवैध निर्माण इस कदर हाफी है कि बिल्डर सीलिंग के बाबजूद बैखौफ निर्माण कर रहे हैं लोगों को परेशानी होने पर उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा ।
जानकारी के अनुसार आवास एवं विकास परिषद के वसुंधरा क्षेत्र में आने वाले सेकटर 1 से लेकर 19 तक जमकर अवैध निर्माण हो रहा है ।
*वसुंधरा गाजियाबाद के निर्माण खंड एक* मे सेकटर 2 सी,3, 8,9,11,13,17 व सिदार्थ विहार योजना के सेकटर 7 सी मे अवैध निर्माण हो रहा है यही नहीं बिल्डर सील तोड़ कर पाच, छ मंजिल फलैट बना रहे हैं।और तो और कार्मशियल काम्प्लेक्स, दुकानें तक बिना नकशे के बना रहे हैं
*निर्माण खंड 2* मे सेकटर 1,2 सी पार्ट ,,4,6,10,14,15,16,18 में अवैध निर्माण किया जा रहा है यहाँ हर सेकटरो की गली गली फलैट अवैध रूप से बनाएं जा रहे हैं ।
*निर्माण खंड 3* में सेकटर 2ए,2 बी,2 सी ,4,5,12,15,16,19 में अवैध रूप से फलैट व कार्मशियल काम्प्लेक्स दुकानें बनाई जा रही हैं।
आवास आयुक्त, संयुक्त आवास आयुक्त,अधिक्षक अभियंता,की सख्ती के बाबजूद निर्दोष चल रहा है बताते हैं कि अधिकारियों द्वारा समय समय पर सीलिंग,एफआईआर की कार्यवाही भी की जाती रही है उसके बावजूद अवैध निर्माण धडल्ले से चल रहा है। बताते हैं कि परिषद के एक पूर्व में तैनात रहे अभियंता ने अपने कार्यकाल में वसुंधरा में अवैध निर्माण कराया र एक जेई को पूरा जिम्मेदारी सोप दी थी इसी तरह अब वसुंधरा कार्यलय में एक अभियंता कर रहे हैं
सूत्र बतातें है कि अधिकारियों ने चुनाव आचार संहिता लगने के बाद बिल्डरों को खूली छूट दे दी बिल्डर इस कदर हाफी हो गये हैं कि सीलिंग के बावजूद निर्माण कर रहे ।कल लोग ज्यादा परेशान हो कर सड़कों पर उतर आए और प्रर्दशन किया।
आरडबलूए फेडरेशन के अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि अधिकारीयों की मिलीभगत से पूरे वसुंधरा सेकटर में अवैध निर्माण हो रहा है मगर अधिकारी इस तरफ ध्यान नही दे रहे हैं उन्होंने आवास आयुक्त से मामले में संज्ञान लेकर जाचं कराकर जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने व अवैध निर्माण को धवस्त कराने की मांग की है।
सत्ता बन्धु
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