prateek gupta
गाजियाबाद श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर मे पांच अगस्त बुधवार को अयोध्या जी में राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भूमि पूजन किया वहीं गाजियाबाद के प्रचीन सिद्धपीठ श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर में सांयकाल में दिपावली मनाई गई। सिद्ध पीठ दुधेश्वर नाथ मंदिर में सांय को 5100 देशी घी से के दिपक जलाए गये। इसे लेकर दिन मे ही तैयारी पुरी कर दी गई थी।
गाजियाबाद स्थित श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर ऐतिहासिक व पौराणिक भी है. यहाँ से भी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि के लिए मंदिर निर्माण के लिए पहले ही साधु संतो कि मागं थी.अयोध्या जी में राम मंदिर निर्माण को लेकर पांच अगस्त को भूमि पूजन के अवसर पर मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज एवं मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष श्रीधर्मपाल गर्ग जी ने इस मंदिर में दीपावली मनाने का निर्णय लिया है. श्रीदुधेश्वर नाथ मन्दिर के श्रृंगार सेवा समिति ने आज दिन मे ही तैयारियां शुरू कर दी थी। पूरे मंदिर को रंग बिरंगी लाइटो से दुल्हन की तरह सजाया गया है.
पुरे देश आज काफी उत्साह हर्षोल्लास और उमंग देखने को मिल रही है.इस अवसर पर आज गाजियाबाद के दुधेश्वरनाथ मंदिर के श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर के प्रेरणा से एवं श्रीधर्मपाल गर्ग जी अध्यक्ष मन्दिर विकास समिति ,उपाध्यक्ष अनुज धर्मपाल गर्ग , समिति के सदस्य विजय सिंघल श्रृंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल आदि द्वारा निर्णय लिया गया जिसमे श्रीराम मंदिर शिलान्यास की शुभ घडी के अवसर पर श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर मे 5 अगस्त को सायं 7बजे 5100 दीपक जलाकर दीपावली मनाई गई। क्योंकि राम मन्दिर शिलान्यास हिन्दू समाज के लिये एक महान पर्व है ,जैसे हम सभी दीपावली मनाते हैं उसी तरह दिपक लगाकर अपने घर को दीपको की रोशनी से जगमगाया गया हम दीपावाली इसलिए मनाते हैं क्योंकि भगवान श्रीराम ने रावण का वध करके विजय प्राप्त किया था ,उसी प्रकार हिन्दू समाज के सन्तो की 492 वर्षो से चले आ रहे संघर्ष पर निश्चित ही विजय हो चुकी है आज हमारे राम लला के मन्दिर का शिलान्यास भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी एवं अन्य साधु सन्तो द्वारा किया गया है। क्योंकि हमारे भगवान श्रीराम इतने वर्षों से पडांल में विराज रहे थे
हिन्दू समाज के इस असाहनीय कष्ट का अन्त हो गया , भगवान श्रीराम का मन्दिर बनने का शिलान्यास हो गया है हमे पप्रसन्नता हो रही है इसलिए 5 अगस्त को समस्त हिन्दू समाज के लिये यह एक महान पर्व है श्रीराम ने लंका पर चढ़ाई करने से पूर्व भगवान शिव (रामेश्वरम् ) की स्थापना कर के पूजन किया था ,क्योंकि भगवान शिव श्रीराम के इष्ट है श्रीदूधेश्वर स्वयंभू शिवलिंग है काशी विश्वनाथ जी के उपज्योतिर्लिंग है इस मौके पर 5 अगस्त को श्रीमहन्त गौरी गिरि दूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर समिति एवं दूधेश्वर मन्दिर विकास समिति की ओर से मंदिर परिसर मे 5100 दीये जलाकर दिपावली मनाई गई एवं मिठाईया बाटी गई।
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